AC में ये पार्ट्स होते हैं सबसे ज्यादा खराब, जानें कितनी बार करा सकते हैं ठीक

एयर कंडीशनर (AC) में कुछ खास पार्ट्स होते हैं जो सबसे ज्यादा खराब होते हैं और इन्हें रिपेयर या बदलने की आवश्यकता होती है. अगर आपके एयर कंडीशनर का कोई पार्ट बार-बार खराब हो रहा है तो उसे रिपेयर कराने की जगह आपको बदल लेना चाहिए.
यहां हम आपको एयर कंडीशनर के कुछ पार्ट्स की जानकारी दे रहे हैं, जो अक्सर जल्दी-जल्दी बिना मेंटेनेंस के खराब होते हैं. अगर समय पर इनकी मरम्मत होती है तो ये पार्ट्स जल्दी खराब नहीं होते.
AC के कंप्रेसर में दिक्कत
एयर कंडीशनर का कंप्रेसर ओवरहीटिंग, इलेक्ट्रिकल फेलियर, लो रेफ्रिजरेंट की वजह से जल्दी-जल्दी खराब होता है. कंप्रेसर ओवरहीटिंग उस पर जमने वाली धूल की वजह से होता है. साथ ही वोल्टेज बढ़ने और घटने की वजह से भी होता है.
दूसरी ओर इलेक्ट्रिक फेलियर कई बार एसी के लिए पावर सप्लाई करने वाले घटिया वायर की वजह से होता है. इसमें जब लगातार एयर कंडीशनर को चलाया जाता है तो पावर सप्लाई के तार गर्म होकर पिघल जाते हैं और इनमें स्पार्किंग होने लगती है.
वहीं जब एयर कंडीशनर की कॉइल में कोई लीकेज होती है तो इसके कंप्रेसर में लो रेफ्रिजरेंट रहता है, जिस वजह से भी एयर कंडीशनर का कंप्रेसर खराब हो सकता है. इसलिए एयर कंडीशनर में जब भी खराबी आए तो तुरंत मैकेनिक को बुलाकर इसे दुरुस्त कराना चाहिए.
कंप्रेसर को कितनी बार करा सकते हैं ठीक?
एयर कंडीशनर के कंप्रेसर को रिपेयर कराना काफी महंगा होता है. अगर आप एसी के कंप्रेसर को एक या दो बार से ज्यादा बार ठीक करा चुके हैं तो इसे फिर दोबारा ठीक कराने की जगह आपको इसे बदलवा लेना चाहिए. क्योंकि बार-बार एयर कंडीशनर का कंप्रेसर ठीक कराने से इसमें पहले जैसी बात नहीं रहती है.
AC के फिल्टर चॉक होना
गंदगी और धूल धक्कड़ की वजह से एयर कंडीशनर के फिल्टर अक्सर बंद हो जाते हैं, जिसकी वजह से एसी रूम को पर्याप्त तरीके से ठंडा नहीं करता है. ऐसे में एसी के फिल्टर को समय-समय पर साफ करते रहना चाहिए. वहीं एसी के फिल्टर को दो साल में एक बार जरूर बदल लेना चाहिए.

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