Adani-Waaree समेत इन 13 कंपनियों को मिला ग्रीन हाइड्रोजन का इंसेंटिव, हो गई बल्ले-बल्ले
पीएम मोदी ने अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में भी ग्रीन एनर्जी का जिक्र किया था. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि देश के जीरो एमिशन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार हर संभव कोशिश करेगी. अब सरकार के इस इंसेटिव प्रोग्राम का फायदा 13 कंपनियों को मिला है. इस लिस्ट में अडानी एंटरप्राइजेज, वारी एनर्जीज, ओहमियम ऑपरेशंस और अवाडा इलेक्ट्रोलाइजर्स जैसी कंपनियां शामिल हैं. बता दें कि मोदी सरकार ग्रीन एनर्जी पर तेजी से काम कर रही है. इसके लिए वह 2 करोड़ घरों को सोलर पैनल से लैस करने की योजना पर भी काम कर रही है. सरकार की कोशिश इस योजना को जल्द से जल्द सफल करना है.
13 कंपनियों को मिलेगी सब्सिडी
ये वो कंपनियां हैं, जिन्होंने देश में इलेक्ट्रोलाइजर के निर्माण के लिए ग्रीन हाइड्रोजन ट्रांजिशन (SIGHT) योजना के लिए रणनीतिक हस्तक्षेप की दूसरी किस्त के तहत प्रोत्साहन के लिए पात्र क्षमता हासिल की है, इससे परिचित लोगों ने बताया है कि SIGHT योजना की दूसरी किस्त के तहत सब्सिडी प्राप्त करने के लिए 13 कंपनियों का चयन (शॉर्टलिस्ट) किया गया है. यानी अब सरकार के तरफ से इन 13 कंपनियों को सब्सिडी दी जाएगी.
23 कंपनियों ने लगाई थी बोली
SIGHT राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन के तहत एक वित्तीय कार्यक्रम है, जिसमें इलेक्ट्रोलाइजर के निर्माण और हरित हाइड्रोजन के उत्पादन के लिए कुल ₹17,490 करोड़ का परिव्यय है. दूसरी किस्त के लिए आवंटन 2,200 करोड़ रुपए निर्धारित किया गया है. बढ़ती दिलचस्पी सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एसईसीआई) को टेक्नोलॉजी के आधार पर अलग-अलग कैटेगरी में 1,500 मेगावाट की प्रस्तावित क्षमता के मुकाबले 2,847 मेगावाट के लिए 23 कंपनियों से बोलियां प्राप्त हुई थीं.
निविदा के लिए नोडल एजेंसी एसईसीआई के एक अधिकारी के अनुसार, वित्तीय बोलियों के परिणाम संशोधन के अधीन हैं. मई में आमंत्रित वित्तीय बोलियां तीन कैटेगरी के लिए थीं. कोई भी स्टैक तकनीक (बकेट 1), स्वदेशी रूप से विकसित स्टैक तकनीक (बकेट 2ए), और स्वदेशी रूप से विकसित स्टैक तकनीक-छोटी यूनिट (बकेट 2बी).