AFG vs NZ टेस्ट का पहला दिन खराब, नहीं फेंकी जा सकी एक भी गेंद, ACB अधिकारी बोला- कभी स्टेडियम वापस नहीं आएंगे
अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट मैच का पहला दिन मैदान गीला होने की वजह से धुल गया. सोमवार को एक बूंद बारिश नहीं पड़ी लेकिन इसके बावजूद एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी. अफगानिस्तान की टीम और अधिकारी ग्रेटर नोएडा स्टेडियम की तैयारियों से नाखुश दिखे और एसीबी के अधिकारी ने तो यहां तक कह दिया कि वो इस मैदान पर कभी वापस नहीं आना चाहेंगे. शहीद विजय सिंह पथिक खेल परिसर में घटिया जल निकासी, गीली आउटफील्ड और दयनीय सुविधाओं से नाराज एसीबी अधिकारी ने कहा कि यहां बहुत गड़बड़ी है, खिलाड़ी यहां की सुविधाओं से नाखुश हैं. उन्होंने कहा कि वो कभी यहां वापस नहीं आएंगे.
पूरा मैदान ही मैच खेलने लायक नहीं
आमतौर पर बारिश के बाद मैदान का कुछ हिस्सा ही गीला होता है लेकिन ग्रेटर नोएडा स्टेडियम के मैदान में कई जगह गीले पैच बने हुए थे. रिपोर्ट के मुताबिक अंपायरों ने पूरे दिन में 6 बार मैदान का निरीक्षण किया. कप्तान टिम साउदी, ऑलराउंडर मिचेल सेंटनर और रचिन रविंद्र सहित न्यूजीलैंड के कई खिलाड़ी भी मैदान का जायजा लेने आए. लेकिन मिड-ऑन और मिड विकेट चिंता का विषय लग रहा था जबकि 30 गज के घेरे के अंदर भी कई पैच थे.
सुपर सॉपर्स का लेट इस्तेमाल
ग्रेटर नोएडा स्टेडियम में सुपर सॉपर्स का इस्तेमाल भी देरी से हुआ. रिपोर्ट के मुताबिक दोपहर एक बजे के बाद इनका इस्तेमाल शुरू हुआ. अफगानिस्तान के कोच जॉनथन ट्रॉट पूरी व्यवस्था से काफी नाखुश नजर आए. दोनों टीमों की प्रैक्टिस भी इससे प्रभावित हुई थी. मैदान के कर्मचारियों ने अफगानिस्तान के ट्रेनिंग सत्र के लिए मैदान को सुखाने के लिए टेबल फैन का इस्तेमाल किया था. अब मंगलवार से सुबह 9 बजे टॉस का समय तय किया गया है और बचे हुए चार दिन में 98 ओवर होंगे जो सुबह 10 बजे के बजाय सुबह 9.30 बजे शुरू होंगे.
ग्रेटर नोएडा स्टेडियम में बीसीसीआई के अंडर आने वाले कोई मैच नहीं होते हैं. आखिरी बार साल 2016 में इस मैदान पर दलीप ट्रॉफी का मैच हुआ था. हालांकि कॉरपोरेट मैचों के दौरान मैच फिक्सिंग के कारण सितंबर 2017 में बीसीसीआई ने इसे प्रतिबंधित कर दिया था. तब से यहां बीसीसीआई से जुड़ा कोई भी मैच आयोजित नहीं किया गया है.