AI से जनरेट तस्वीरों के चक्कर में बुरे फंसेंगे आप, ऐसे पहचानें असली और नकली
AI द्वारा जनरेट की गई इमेज पहचानना मुश्किल हो सकता है क्योंकि ये इमेजें वास्तविक तस्वीरों की तरह दिखने के लिए बनाई जाती हैं. लेकिन कुछ संकेत हैं, जिनकी मदद से आप इन इमेजों को पहचान सकते हैं.
असामान्य डिटेल्स और विकृतियां
AI जनरेटेड इमेज में कभी-कभी कुछ विकृतियां या अजीब डिटेल्स होती हैं, जैसे हाथों की उंगलियों की संख्या सही न होना, चेहरे के हिस्सों का असंतुलन, या छाया और प्रकाश का असामान्य दिखना चेहरे के छोटे हिस्सों, जैसे आंख, कान, या नाक में भी विकृति हो सकती है, जो इंसानी आँखों से बच सकती है.
बैकग्राउंड का असंगत होना
बैकग्राउंड में धुंधलापन या गड़बड़ियां दिख सकती हैं. AI बैकग्राउंड में सही गहराई और डिटेल्स उत्पन्न करने में चूक सकता है. ऑब्जेक्ट्स या लोगों के बीच के संबंध भी असंगत दिख सकते हैं.
अनुचित टेक्सचर और फिनिश
त्वचा, बाल, या कपड़े के टेक्सचर में असामान्यताएं हो सकती हैं. यह इमेज को पूरी तरह से वास्तविक नहीं दिखने देता. बालों का प्राकृतिक रूप से नहीं दिखना या धातु जैसी वस्तुओं की चमक का असामान्य दिखना इमेज को पहचानने का तरीका हो सकता है.
रियलिस्टिक मगर परफेक्ट इमेज
AI जनरेटेड इमेज अक्सर बहुत परफेक्ट होती हैं, जैसे बिना किसी छोटे डिटेल की कमी. मानव द्वारा ली गई तस्वीरों में कभी-कभी छोटे-छोटे दोष होते हैं, जबकि AI द्वारा जनरेट की गई इमेज पूरी तरह से परफेक्ट हो सकती हैं.
आर्टिफिशियल और असली के बीच का फर्क
AI इमेज अक्सर कुछ हद तक सिनेमाई या “फ़िल्मी” दिखाई देती हैं. उनके रंग, प्रकाश, या कांट्रास्ट इंसानी हाथ से बनाई गई तस्वीरों से ज्यादा चमकदार या तीव्र हो सकते हैं. कई बार AI द्वारा बनाई गई इमेजों में मेटाडेटा (जैसे कैमरा सेटिंग्स, स्थान आदि) नहीं होता, जबकि असली फोटोग्राफ में यह मेटाडेटा आमतौर पर मौजूद होता है.
AI डिटेक्शन टूल्स का उपयोग
कुछ टूल्स और वेबसाइटें हैं जो AI द्वारा जनरेट की गई इमेजों को पहचानने में मदद कर सकती हैं, जैसे कि Deepware Scanner या Sensity AI. अगर इन बिंदुओं का ध्यान रखें, तो AI से बनी इमेजों को पहचानने में मदद मिल सकती है. हालांकि, AI की तकनीक तेजी से सुधार कर रही है, इसलिए पहचानने में और भी सावधानी की जरूरत हो सकती है.