AIIMS के इस डिपार्टमेंट में एडमिट थे लालकृष्ण आडवाणी, जानिए यहां किन मरीज़ों का होता है इलाज

भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को AIIMS दिल्ली से छुट्टी दे दी गई है. आडवाणी को उम्र से संबंधित परेशानियों के चलते एम्स में भर्ती कराया गया था. बुधवार को उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद एम्स लाया गया था. यहां से बृहस्पतिवार को उनको छुट्टी दे दी गई थी. एम्स के जेरियाट्रिक विभाग में आडवाणी का इलाज चल रहा था. इस विभाग और यहां मिलने वाले इलाज के बारे में लोगों को जानकारी नहीं होती है. कुछ साल पहले ही यह विभाग शुरू हुआ है. आइए इसके बारे में जानते हैं.
एम्स में मौजूद जेरियाट्रिक विभाग नेशनल एजिंग सेंटर के रूप में काम करता है. साल 2023 में यह सेंटर शुरू हुआ था. यहां एक ही छत के नीचे बुजुर्ग मरीजों को सभी तरह का इलाज मिलता है. इस विभाग में जेरियाट्रिक मेडिसिन के अलावा फिजिकल मेडिकल रिहैबिलिटेशन, सर्जरी, यूरोलॉजी, न्यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी और रेडियोलॉजी की सुविधा भी दी जाती है. इस एक ही विभाग में बुजुर्गों की अलग- अलग बीमारियों का इलाज हो जाता है. उनको अपनी बीमारियों के लिए एम्स में अलग- अलग जाने की जरूरत नहीं पड़ती है.एक ही छत के नीचे शरीर के हर प्रकार के डॉक्टर से लेकर जांच तक की सभी सुविधाएं मिलती हैं.
60 साल से अधिक उम्र वालों का इलाज
इस सेंटर में 60 साल से अधिक उम्र के मरीजों का इलाज किया जाता है. सेंटर में इलाज के लिए बुजुर्गों को ऑनलाइन अपॉइंटमेंट भी मिलता है. इसके अलावा यहां मरीज सीधे आकर भी अपना इलाज कराते हैं. जो लोग 60 साल की उम्र पार कर चुके हैं और उनको किसी भी तरह की समस्या है ऐसे मरीज जेरियाट्रिक विभाग में आकर अपना पंजीकरण करा सकते हैं. एक बार यहां मरीज का रजिस्ट्रेशन हो जाता है तो उनको किसी भी परेशानी का इलाज यहां मिलता है. अगर हार्ट की समस्या है तो अलग से कार्डियोलॉजी विभाग में जाने की जरूरत नहीं है. इसी तरह प्रोस्टेट या यूरिन से संबंधित कोई परेशानी है तो यूरोलॉजी विभाग में नहीं जाना है. सभी सुपरस्पेशयिलिटी सेवाएं भी इस विभाग में मिलती हैं.
सिंगल विंडो सिस्टम
एम्स का जेरियाट्रिक विभाग बुजुर्गों के लिए सिंगल विंडो सिस्टम की तरह काम करता है. ऐसे में बुजुर्ग मरीजों को कोई परेशानी नहीं होती है. यहां मरीजों को होम केयर की सुविधा भी मिलती है. जो मरीज अस्पताल नहीं आ पाते हैं उनके लिए यह सुविधा है. ओपीडी, आईपीडी और सैंपल टेस्ट भी हो जाते हैं.
अगर आपकी उम्र 60 साल से अधिक है और एम्स में इलाज कराना चाहते हैं तो आपको एम्स के जेरियाट्रिक विभाग यानी नेशनल एजिंग सेंटर में जाना चाहिए.

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