गुजरात के बंदरगाहों की बदलेगी सूरत, 25000 करोड़ का निवेश करेगा खाड़ी देश
वाइब्रेंट गुजरात के पहले दिन कई देशी विदेशी कंपनियों ने निवेश का ऐलान किया है. जिसमें यूएई की कंपनी डीपी वर्ल्ड का नाम भी शामिल है. जो गुजरात के बंदरगाहों और लॉजिस्टिक का नक्शा बदल देगी. कंपनी गुजरात में 25 हजार करोड़ रुपए का निवेश करने जा रही है. इस मौके पर कंपनी के सीईओं के अलावा यूएई के राष्ट्रपति भी मौजूद रहे. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर डीपी वर्ल्ड 25 हजार करोड़ रुपए के निवेश से किस तरह का काम करेगी.
25 हजार करोड़ रुपए के एमओयू पर साइन
ग्लोबल लॉजिस्टिक मैनेज्मेंट और सर्विस फर्म डीपी वर्ल्ड ने बुधवार को कहा कि उसने गुजरात सरकार के साथ 25,000 करोड़ रुपए के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं जिसके तहत वह नए बंदरगाह, टर्मिनल और इकोनॉमिक जोन डेवलप करेगी. कंपनी ने बयान में कहा कि वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन के दौरान गांधीनगर में एमओयू पर साइन किए गए. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नहयान भी मौजूद रहे.
क्या करेगी डीपी वर्ल्ड?
डीपी वर्ल्ड ग्रुप के चेयरमैन एवं सीईओ सुल्तान अहमद बिन सुलायम ने गुजरात सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव एम के दास के साथ संभावित निवेश के समझौतों पर हस्ताक्षर किए. बयान के मुताबिक, कंपनी दक्षिण गुजरात और कच्छ की ओर पश्चिमी तट के करीब बहुद्देशीय बंदरगाह, जामनगर एवं कच्छ में स्पेशन इकोनॉमिक जोन और दाहेज, वडोदरा, राजकोट, बेदी एवं मोरबी में गति शक्ति कार्गो टर्मिनलों एवं निजी माल ढुलाई स्टेशनों का विकास करेगी.
डीपी वर्ल्ड ने गुजरात के तट पर अतिरिक्त बंदरगाह विकसित करने के अवसरों की पहचान के लिए गुजरात मेरिटाइम बोर्ड के साथ एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए हैं. गुजरात में डीपी वर्ल्ड पहले से ही मुंद्रा में एक कंटेनर टर्मिनल के साथ अहमदाबाद और हजीरा में रेल से जुड़े निजी माल ढुलाई टर्मिनल संचालित कर रही है.