क्या आप भी ले रहे हैं एस्पिरिन की दवा, रोज खाने से ब्रेन में ब्लीडिंग का खतरा, रिसर्च में हुआ खुलासा
कई ऐसी दवाएं हैं जो ओवर द काउंटर मिल जाती हैं, इन दवाओं में से एक दवा है एस्पिरिन. जिसे लोग खून को पतला करने के लिए खाते हैं. जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट से संबंधित बीमारी होती हैं उन्हें एस्पिरिन लेने की सलाह दी जाती है.
लेकिन हालिया शोध से पता चला है कि लंबे समय तक इस दवा को लेने से कई स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ जाती हैं उन्हीं में से एक है ब्रेन में ब्लीडिंग.
क्यों ली जाती है एस्पिरिन
एस्पिरिन, जिसे एसिटाइलसैलिसिलिक एसिड के रूप में भी जाना जाता है, एक ऐसी दवा है जो नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स के रूप में जानी जाती है. इसका उपयोग आमतौर पर दर्द मिटाने, सूजन कम करने और बुखार और खून पतला करने के लिए किया जाता है. लेकिन शोध में सामने आया है कि इस दवा को ज्यादा लेने से कई साइड इफेक्ट्स होते हैं. इनमें से खून की कमी यानी की एनीमिया भी एक जोखिम कारक के रूप में सामने आया है. इसके साथ ही इसके दुष्प्रभावों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं, जैसे पेट दर्द या अपच होना शामिल हैं.
एस्पिरिन की ज्यादा खुराक लेने से खतरा
1 गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार एस्पिरिन की अधिक खुराक पेट और आंतों की परत में जलन पैदा करती है, जिससे पेट में दर्द, बेचैनी, उल्टी और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रक्तस्राव जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. गंभीर मामलों में, इसके परिणामस्वरूप पाचन तंत्र में अल्सर की बीमारी भी हो सकती है.
2 रक्तस्राव
एस्पिरिन में एंटीप्लेटलेट गुण होता है जिससे खून के सामान्य थक्के जमने में मुश्किल आती है, जिससे शरीर के कई हिस्सों जैसे की ब्रेन में ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है. जो की काफी खतरनाक स्थिति है. इसके साथ ही चोट, कटने या किसी तरह के घाव से खून रोकने में परेशानी हो सकती है.