जोड़ों के दर्द से परेशान हैं? बात हाथ से निकले उससे पहले डॉक्टर की इस सलाह पर गौर कर लें
सर्दियों में जब सुबह सोकर उठते हैं, तब कई बार जोड़ों में अकड़न सी महसूस होती है. ऐसा लगता है जैसे हाथ-पैर के जोड़ जाम हो गए हैं. जब आप थोड़ा चल-फिर लेते हैं, तब धीरे-धीरे ये ठीक होने लगता है.
पर कई बार कुछ लोगों में ये अकड़न ज़्यादा समय के लिए रहती है. हल्की सूजन भी हो जाती है. दर्द होता है. अब ये ध्यान देने वाली बात है. इसको सिर्फ़ मौसम पर नहीं टाल सकते हैं. डॉक्टर से जानिए सुबह जोड़ों में अकड़न, ऐंठन क्यों महसूस होती है? किन लक्षणों को देखकर डॉक्टर को दिखाना ज़रूरी है? क्या गलतियां आपको अवॉइड करनी चाहिए और इससे बचाव कैसे करें?
सुबह जोड़ों में अकड़न, ऐंठन क्यों महसूस होती है?
(जानिए डॉ. अतीक वासदेव से)
(Dr. Attique Vasdev, Senior Director, Orthopaedics, Medanta, Gururgam)
(डॉ. अतीक वासदेव, सीनियर डायरेक्टर, ऑर्थोपेडिक्स, मेदांता गुरुग्राम)
सर्दियों में लोग एक्सरसाइज़ करना कम कर देते हैं. इस वजह से मांसपेशियों में अकड़न आ जाती है. अकड़न की वजह से जोड़ों पर ज़ोर पड़ता है. इस वजह से दर्द बढ़ जाता है. जिन लोगों को अर्थराइटिस की समस्या है. ठंड के मौसम में उनका शरीर इम्यून रिस्पॉन्स को बढ़ा देता है. इस कारण से सूजन की समस्या बढ़ जाती है. जिन लोगों का वज़न ज़्यादा होता है, उनको भी सर्दियों में जोड़ों का दर्द होता है. जिन महिलाओं को मेनोपॉज़ हो चुका है, उनको भी जोड़ों में तकलीफ़ होती है.
किन लक्षणों को देखकर डॉक्टर को दिखाना ज़रूरी है?
जब आपको लगे कि दर्द या सूजन बढ़ रही है. अगर आप एक-दो बार दवाई खा चुके हैं, फिर भी असर नहीं हो रहा. हालांकि बिना डॉक्टर की सलाह के, मेडिकल स्टोर से खुद कोई दवाई नहीं लेनी चाहिए. एक-दो बार ये दवाइयां लेने पर भी दर्द में राहत नहीं मिली या दर्द बढ़ गया है. तब आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए. अगर आपको रोज़ के काम करने में तकलीफ हो रही है. तब डॉक्टर को जरूर दिखाएं. अगर जोड़ों की नॉर्मल मूवमेंट घट रही है. तब भी डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
बचाव
शरीर को गर्म रखें. कपड़ों की ज़्यादा लेयर पहनें. गर्म रहने से जोड़ों की अकड़न कम होगी. रोजाना कसरत करें. हॉट एंड कोल्ड पैक्स का इस्तेमाल करें. गर्म सेक से अकड़न कम होगी. ठंडे सेक से सूजन कम होगी. जब सूजन और अकड़न दोनों कंट्रोल में रहेंगी, तभी जोड़ों का दर्द सही रहेगा. फिजियोथेरेपिस्ट की मदद से कसरत करें. घर आकर भी कसरत करें. डॉक्टर के निगरानी में ही दवाइयां लें. डाइट पर कंट्रोल रखें. हरी सब्जियां और फल खाएं. इससे शरीर को खुद का इलाज करने की ताकत मिलेगी. अच्छी मात्रा में पानी पिएं. पानी जोड़ों में चिकनाई को कायम रखता है. अपना वज़न मत बढ़ने दीजिए. सर्दियों में कसरत और काम कम हो जाता है. इस वजह से वजन बढ़ सकता है.
एक्सरसाइज की कमी. चलना, फिरना कम हो जाना. ये सब आम वजहें हैं. पर अगर आपको डॉक्टर के बताए गए लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो जांच ज़रूर करवाएं. क्योंकि ये अर्थराइटिस या किसी और समस्या की तरफ़ भी इशारा हो सकता है.