बच्चे की झूठ बोलने की आदत से हैं परेशान! तो उनकी इस आदत में ऐसे करें बदलाव
हर माता-पिता की सबसे बड़ी जिम्मेदारी अपने बच्चे का पालन पोषण करना और उन्हें अच्छी आदतें सीखना होती है. लेकिन कई बार बच्चा अनजाने में झूठ बोलना सिख जाता है. ऐसे में पेरेंट्स अपने बच्ची के इस आदत को शुरुआत में नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन कभी कभी से ही शुरू होती है झूठा बनने की शुरुआत. ऐसे में बच्चे की इस आदत को शुरू में ही बदलना बहुत जरूरी है.
इसके लिए सबसे पहले तो जरूरी है ये जानना कि बच्चा आखिर झूठ बोल किस वजह से रहा है. कई बार टीचर या फिर पेरेंट्स की डांट के डर की वजह से झूठ बोलते हैं. ऐसे में पहले कारण का पता लगाएं कि आखिर आपका बच्चा आपसे झूठ क्यों बोल रहा है. साथ ही बच्चे की झूठ बोलने की आदत में सुधार करने के लिए आपकी ये टिप्स काम आ सकती हैं.
खुद बनें ईमानदार
बच्चा ज्यादातर बातें घर के बड़ों से ही सीखता है. तो ध्यान दें कि कहीं आप बच्चे के सामने किसी तरह का झूठ तो नहीं बोल रहे हैं. क्योंकि बच्चे अपने पेरेंट्स को देखकर ही सिखते हैं. जैसा आप करते हैं बच्चे भी बिल्कुल उसे ही कॉपी करते हैं. ऐसे में कई बार अपने फायदे के लिए हम बच्चों के सामने कुछ झूठ बोल बैठते हैं तो अगली बार ऐसा करने से बचें.
कारण समझें
बच्चे के झूठ बोलने के कई कारण हो सकते हैं. जैसा कि बच्चा डांट के डर से पेरेंट्स को अपने एग्जाम मार्क्स बुरे आने के बारे में नहीं बताता है. ऐसे में बच्चे की बात को समझें उसे डांटने और डराने की जगह अगली बार अच्छे मार्क्स लाने के लिए प्रोत्साहित करें और पढ़ाई में वो कहां कमजोर है, उसे समझने का प्रयास कर उसकी मदद करें.
मोटिवेट करें
बच्चे बहुत नाजुक और कमजोर होता है. आपके डांटने पर वो रोने लग जाते हैं. तो वहीं आपके द्वारा तारीफ करे जाने पर खुश और मोटिवेट हो जाते हैं. ऐसे में जब आपका बच्चा सच बोलता है या फिर कोई अच्छा काम करता है तो उसे मोटिवेट करें. लेकिन जब आप बच्चे का झूठ पकड़ लेते हैं, तो पहली बार उसे सिर्फ वार्निंग देकर छोड़ दें और उसे समझाएं. लगातार झूठ बोलने पर बच्चे को कोई सजा देने के बारे में सोचो.
सजा में दे ये काम
आप बच्चे को ऐसी सजा दे सकते हैं जिससे वो कुछ सीखे. क्योंकि गलत सजा देने से बच्चे पर बुरा असर पड़ सकता है. ऐसे में आप बच्चे को कोई एक्स्ट्रा काम करने के लिए दे सकते हैं. उसे आप घर का काम जैसे की डस्टिंग करना या फिर रोजाना सुबह उठने के लिए कहें. इससे बच्चे में नई आदत भी डेवलप होगी.