आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल से प्रभावित हुए पीएम मोदी, बोले- आप अंदाजा लगा सकते हैं जब…
पीएम मोदी ने कहा “कुछ दिन पहले काशी में एक प्रयोग हुआ था जिसे मैं ‘मन की बात’ के श्रोताओं को जरूर बताना चाहता हूं। आप जानते हैं कि काशी-तमिल संगमम में हिस्सा लेने के लिए हजारों लोग तमिलनाडु से काशी पहुंचे थे। वहां मैंने उन लोगों से संवाद के लिए एआई टूल भाषिणी का सार्वजनिक रूप से पहली बार उपयोग किया”।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब भी मौका मिलता है तो अपने संसदीय क्षेत्र काशी का उल्लेख करने का मौका नहीं चूकते। रविवार को मन की बात के 108 वें एपिसोड में भी उन्होंने काशी का उल्लेख करते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) टूल्स भाषिणी के सार्वजनिक उपयोग की बात कही।
पीएम मोदी ने कहा, “कुछ दिन पहले काशी में एक प्रयोग हुआ था, जिसे मैं ‘मन की बात’ के श्रोताओं को जरूर बताना चाहता हूं। आप जानते हैं कि काशी-तमिल संगमम में हिस्सा लेने के लिए हजारों लोग तमिलनाडु से काशी पहुंचे थे। वहां मैंने उन लोगों से संवाद के लिए एआई टूल भाषिणी का सार्वजनिक रूप से पहली बार उपयोग किया”।
प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं हिंदी में संबोधन कर रहा था, लेकिन भाषिणी की वजह से वहां मौजूद तमिलनाडु के लोगों को मेरा वही संबोधन उसी समय तमिल भाषा में सुनाई दे रहा था। काशी-तमिल संगमम में आए लोग इस प्रयोग से बहुत उत्साहित दिखे। वो दिन दूर नहीं जब किसी एक भाषा में संबोधन हुआ करेगा और जनता रीयल टाइम में उसी भाषण को अपनी भाषा में सुना करेगी”।
पीएम मोदी ने कहा, “ऐसा ही फिल्मों के साथ भी होगा जब जनता सिनेमा हाल में एआई की मदद से रीयल टाइम अनुवाद सुना करेगी। आप अंदाजा लगा सकते हैं कि जब ये तकनीक हमारे स्कूलों-अस्पतालों, अदालतों में व्यापक रूप से इस्तेमाल होने लगेगी तो कितना बड़ा परिवर्तन आएगा। मैं आज की युवा पीढ़ी से आग्रह करूंगा कि रीयल टाइम अनुवाद से जुड़े एआई टूल को सौ प्रतिशत फुल प्रूफ बनाएं”।