‘हमें अयोध्या जाना होगा… तो’, बार एसोसिएशन की दिल्ली की अदालतों से विशेष गुजारिश
22 जनवरी को राम लला की मूर्ती की प्राण प्रतिष्ठा के पहले देशभर में हलचल मची हुई है. हर तरफ अयोध्या के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लोगों का आना लगा हुआ है. इसी बीच दिल्ली की अदालतों में वकीलों के पेश न होने को लेकर एक विशेष गुजारिश बार एसोसिएशन की तरफ से की गई है. नई दिल्ली बार एसोएिशन ने पटियाला हाउस कोर्ट के जज को एक पत्र लिखा है. इसमें कहा गया है कि अगर उस दिन कोई वकील सुनवाई के लिए पेश नहीं हो सके तो उनकी अनुपस्थिति पर कोई कार्यवाई न की जाए.
नई दिल्ली बार एसोसिएशन ने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट के जिला जज को पत्र लिखकर 22 जनवरी को भगवान श्री राम के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दिन कोर्ट में अनुपस्थित रहने या वकील और याचिका करता के पेश न होने पर कोई विपरीत आदेश जारी न करने का आग्रह करते हुए पत्र लिखा है. एसोसिएशन का कहना है कि वह अयोध्या में राम जन्म भूमि पर भगवान श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हो सकते हैं. ऐसे मे अगर वकील और याचिकाकर्ता कोर्ट मे पेश नहीं हो पाते है तो उनके खिलाफ कोई ऑर्डर पास ना किया जाए.
अयोध्या जाने की बात
लेटर में कहा गया है कि वकील या याचिकाकर्ता अयोध्या में होने वाली प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए जा सकते हैं. ऐसे में कई मामलों की सुनवाई में दोनों का सम्मलित होना थोड़ा मुश्किल हो सकता है. आपको बता दें कि आने वाली 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है. इस कार्यक्रम को लेकर देशभर में उत्सव जैसा माहौल है. कार्यक्रम के ऐलान के बाद से हर कोई इस ऐतिहासिक दिन का गवाह बनना चाहता है.
कई गणमान्य अतिथि हैं आमंत्रित
ऐसा कहा जा रहा है कि 22 जनवरी को अयोध्या में राजदूतों और सांसदों सहित 55 देशों के लगभग 100 प्रमुखों को आमंत्रित किया गया है. विश्व हिंदू फाउंडेशन के संस्थापक और वैश्विक अध्यक्ष स्वामी विज्ञानानंद का कहना है कि हमने कोरियाई रानी को भी आमंत्रित किया है, जो प्रभु श्री राम की वंशज होने का दावा करती हैं. 22 तारीख को अयोध्या में कई देशों से महमान आने वाले हैं. इन देशों में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, बेलारूस, बोत्सवाना, कनाडा, कोलंबिया, डेनमार्क, डोमिनिका, कांगो जैसे देशों के नाम शामिल हैं.