सूर्य कुंड के दर्शन किए बिना पूरी नहीं होती अयोध्या की यात्रा, प्रभु श्रीराम के राज्याभिषेक के समय यहीं रुके थे सूर्यदेव
आध्यात्मिक महत्व के बावजूद यह क्षेत्र वर्षों तक रहा उपेक्षा का शिकार, सीएम योगी आदित्यनाथ ने सूर्य कुंड के व्यापक विकास का मार्ग किया प्रशस्त
अयोध्या से 6 किलोमीटर दूर दर्शन नगर स्थित सूर्य कुंड का 40.95 करोड़ रुपए से योगी सरकार ने कराया जीर्णोद्धार, पर्यटकों को लुभा रहे लेजर शो समेत तमाम आकर्षण
– जीर्णोद्धार के बाद नव्य-भव्य अयोध्या का नया टूरिस्ट आकर्षण बना सूर्य कुंड, यहां सेल्फी प्वॉइंट व रील्स के हिसाब से कई स्पॉट किए गए हैं डेवलप
अयोध्या। सनातन धर्म की सप्तपुरियों में सर्वप्रथम अयोध्या के त्रेतायुगीन वैभव व आधुनिक विकास का समुचित तालमेल सूर्य कुंड में देखने को मिल रहा है। यह वह स्थान है जहां कभी सूर्य भी आकर ठहर गए थे और कहते हैं तब अयोध्या में एक महीने तक रात नहीं हुई थी। पौराणिक विवरणों में उल्लेखित सूर्य कुंड आध्यात्मिक व ऐतिहासिक धरोहर है। इसके बावजूद वर्षों तक यह उपेक्षा झेलता रहा। मगर, 2019 में आए राम मंदिर के फैसले के बाद योगी सरकार ने जब अयोध्या की दशा-दिशा बदलने का बीड़ा उठाया तो इस विख्यात कुंड के भी भाग्य जाग उठे। योगी सरकार ने यहां 40.95 करोड़ रुपए की लागत से
जीर्णोद्धार व विकास कार्यों को गति दी तो इस पावन पौराणिक कुंड को नई आभा प्राप्त हुई। आज यह कुंड लोगों को आरोग्य व पुण्य का प्रसाद देने के साथ ही उनके मनोरंजन का भी प्रमुख केंद्र बन गया है। यहां विकसित पार्क में लेजर शो समेत तमाम आकर्षण विकसित किए गए हैं जिससे पर्यटक यहां खिंचे चले आ रहे हैं।