Ayodhya Ram Mandir: युगों- युगों से था इंतजार…अयोध्या आ रहे श्रीराम; जान लीजिए राम मंदिर की ये खासियत
श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर स्थापत्य कला का अकल्पित उदाहरण है। मंदिर का निर्माण 15 जनवरी 2021 से शुरू हुआ। चार सौ गुणे तीन सौ वर्ग फीट के विशाल परिक्षेत्र में मंदिर की नींव 45 से 50 फीट तक मोटी कृत्रिम चट्टान के रूप में ढाली गई।
यह सब होने में एक साल लग गया।
इसके बाद नींव पर 21 फीट ऊंची आधार भूमि निर्मित की गई। वर्ष 2022 के मध्य से इसी सतह पर पहले से ही ढालकर रखी गईं शिलाओं का मंदिर के रूप में नियोजन शुरू हुआ।
2024 के अंत तक बन जाएगा भव्य मंदिर
निर्धारित कार्ययोजना के अनुसार दिसंबर 2023 तक न केवल मंदिर का भूतल, बल्कि वह गर्भगृह भी निर्मित हो गया, जिसमें आज रामलला विराजमान हो जाएंगे। वर्ष 2024 के अंत तक तीन तल के मंदिर का निर्माण पूर्ण कर लिया जाएगा। मंदिर की संरचना और कार्ययोजना को इस आंकड़े से समझा जा सकता है…
राम मंदिर की मुख्य संरचना
मंदिर की लंबाई 360 फीट
कुल तलों की संख्या 3
मंदिर के दूसरे तल में स्तंभों की संख्या 82
मंदिर में द्वारों की संख्या 12
मंदिर की चौड़ाई 250 फीट
मंदिर में प्रयुक्त कुल स्तंभों की संख्या 392
मंदिर की ऊंचाई 161 फीट
मंदिर के भूतल के स्तंभों की संख्या 166