बाबर ज्यादा प्यारा, राम नहीं… कांग्रेस के रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं जाने पर असम के सीएम का तंज

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस के अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठ में शामिल नहीं होने पर तंज कसा है. उन्होंने गुवाहाटी में कहा, “कांग्रेस ने जीवन भर पाप किया. राम मंदिर न बने इसके लिए उन्होंने कई षडयंत्र किए. उनके लिए बाबर ज्यादा प्यारा है. कांग्रेस को बाबर के पास जाने में अच्छा लगता है, लेकिन राम के पास आने में अच्छा नहीं लगता है. वे पापी थे और पापी ही रहेंगे.” हिमंत बिस्वा सरमा शनिवार को गुवाहाटी में एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे. उस दौरान उन्होंने यह टिप्पणी की. गुवाहाटी से हिमंत बिस्वा सरकार पश्चिम बंगाल के दौरे पर पहुंचे हैं, जहां प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार सहित अन्य नेताओं ने उनका स्वागत किया.

बता दें कि 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कांग्रेस की सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और अधीर रंजन चौधरी सहित अन्य नेताओं को आमंत्रित किया गया था, लेकिन कांग्रेस ने इसे भाजपा और आरएसएस का कार्यक्रम करार देते हुए ससम्मान कार्यक्रम में शामिल होने पर असहमति जताई थी. इसे लेकर बीजेपी नेता लगातार कांग्रेस पर हमला बोल रहे हैं. असम के सीएम कांग्रेस के इनकार के बाद लगातार हमला बोल रहे हैं.

राहुल के बाबर के मकबरे पर दौरे पर उठाया सवाल

इससे पहले सरमा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अफगानिस्तान के काबुल में बाबर के मकबरे पर राहुल गांधी की 2005 की एक तस्वीर शेयर की थी. उन्होंने उसमें लिखा था कि कांग्रेस रामलला को नहीं, बाबर के सामने सिर झुकाएगी. उन्होंने लिखा था कि नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक सभी लोग बाबर के मकबरे पर गए थे. उन्होंने लिखा कि साल 2005 में राहुल गांधी समेत गांधी परिवार की तीन पीढ़ियां अफगानिस्तान गई थी और वहां बाबर के मकबरे का दौरा किया था. रामलला से इतनी नफरत क्यों?

उन्होंने सवाल किया था कि वे हिंदुओं से इतनी नफरत क्यों करते हैं? उन्होंने कहा कि यह अच्छा है कि कांग्रेस ने 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से इनकार कर दिया, क्योंकि उनकी उपस्थिति से कार्यक्रम खराब हो जाता.

सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण पर भी कसा तंज

सरमा ने पहले कहा था कि कांग्रेस निमंत्रण स्वीकार करके हिंदू समुदाय से माफी मांग सकती थी. सरमा ने सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण का विषय भी उठाया. उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू ने सोमनाथ मंदिर के साथ जो किया, वही काम कांग्रेस नेतृत्व ने राम मंदिर के साथ किया. उन्होंने कहा कि इतिहास उन्हें हिंदू विरोधी पार्टी के रूप में आंकता रहेगा.

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