Bad News Review: जुड़वा बच्चों के बाप को लेकर कन्फ्यूज्ड स्टोरी में छाए एमी विर्क, कैसी है विकी-तृप्ति डिमरी की बैड न्यूज?

फिल्म इंडस्ट्री में पिछले एक दशक में अपनी अपीयरेंस से सभी को हैरान कर देने वाले विक्की कौशल की नई फिल्म बैड न्यूज आ गई है. इसमें उनके साथ नेशनल क्रश के नाम से पहचाने जाने वाली एक्ट्रेस तृप्ति डिमरी हैं. पिछले कुछ समय में एक्ट्रेस ने अपनी प्रेजेंस से सभी को इंप्रेस किया है और यही नतीजा है कि उन्हें लगातार अच्छे रोल्स मिल रहे हैं. इस फिल्म में भी उनका रोल बेहद खास है. वहीं बैड न्यूज में एक गुड न्यूज की तरह दाखिल हुए हैं पंजाबी सुपरस्टार एमी विर्क. ये तीनों स्टार एक जरा हट कर टाइप कहानी के साथ हाजिर हुए हैं. आइये जानते हैं कैसी है मजा मा और बंदिश बैंडिट जैसे प्रोजेक्ट्स बनाने वाले आनंद तिवारी की फिल्म बैड न्यूज.
कहानी
फिल्म की कहानी एक ऐसे कॉम्प्लिकेशन पर है जो विरले ही देखने को मिलता है. ये एक रिप्रोडक्ट्री कॉम्प्लिकेशन है जिसका नाम है हीट्रोपैटर्नल सुपरफेकेंडेशन. आसान भाषा में कहें तो एक ही गर्भ में पल रहे बच्चे के दो बायोलॉजिकल फॉदर्स का होना. ऐसा ही इस फिल्म में देखने को मिला है. तृप्ति डिमरी ने फिल्म में सलोनी का रोल प्ले किया है जो एक शेफ है और वो इस विधा का सबसे बड़े मेराकी स्टार का खिताब पाना चाहती है. लेकिन उसकी मां उसकी शादी करा देना चाहती हैं. मगर सनोली का फोकस अभी करियर पर है. मगर एक पार्टी में जब उसका सामना अखिल चड्ढा नाम के एक बिजनेसमैन से होता है तो तृप्ति उसके आकर्षण में चुंबक की तरह खिंची चली आती है और शादी कर लेती है.
कुछ दिनों तक तो ये प्यार-व्यार का चक्कर चलता है लेकिन इसके बाद फिर से सनोली को उसका ख्वाव आवाज देने लगता है. मगर अब वो शादीशुदा है और उसकी जिम्मेदारियां बंट चुकी हैं. इस बात का एहसास उसे अंदर से कचोटने लगता है. बात बिगड़ती जाती है. नतीजतन अखिल और सनोली अलग होने का फैसला लेते हैं. मगर यहीं सब कुछ खत्म नहीं होता. दिल के एक कोने में दोनों एक-दूसरे को संजोय हुए होते हैं. तभी इस कहानी में तीसरी एंट्री होती है. गुरबीर पन्नू के रोल में एमी विर्क की. इधर सनोली अपने करियर पर फोकस कर हिली एरिया में एक नया होटल ज्वाइन करती है और यहीं पर उसकी मुलाकात होटल के मालिक गुरबीर पन्नू से होती है. यहां पर सनोली फिर से अपना दिल हार जाती है.

अब इसी दर्मियां एक दिन ऐसा आता है जब मिसअंडरस्टेंडिंग और ओवरड्रिंकिंग की वजह से सनोली कुछ ऐसा कर बैठती है जो उसके जीवन में आगे भूचाल लाने वाला होता है. एक ऐसा भूचाल जिसमें अखिल और गुरबीर भी पूरी तरह लपेटे में आने वाले होते हैं. और ऐसा हो भी जाता है तब जब सनोली के जुड़वा बच्चे पैदा होते हैं. अब इसी उथल-पुथल और प्रेग्नेंसी की कॉम्प्लिकेशन पर इस फिल्म का ताना-बाना बुना गया है. जो कमाल का है. फिल्म की सबसे बढ़िया बात ये है कि ये अपनी लय से नहीं भटकती और पूरी कहानी का फोकस प्वाइंट एक जगह पर रहता है. जो फैंस को न तो कन्फ्यूज्ड करता है न उनका कन्सनट्रेशन बिगाड़ता है.
किस पैरामीटर पर है प्रेडिक्टिबिलिटी?
कहीं-कहीं फिल्म प्रेडिक्टेबल हो सकती है लेकिन ऐसे ऊपर-ऊपर से देखा जाए तो हर फिल्म को बनाने का फॉर्मेट ऐसा ही हो चला है. बस कहानी की यूनिकनेस ही उसे अलग बनाती है. इस कहानी में रेयर टॉपिक लिया गया है लेकिन उसे उसी तरह से बनाया गया है जैसे मसाला फिल्में बनाई जाती हैं. बाकी जिसे फिल्म एक बार देखनी है उसे ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं, बस कुर्सी पर बैठे, पॉपकॉर्न खाते हुए निपट जाएगी. फिल्म में बोर होने की गुंजाइश कम है. बस ऐसा कुछ खास भी नहीं कि थियेटर छोड़ने के बाद इसके दृश्य आपके जहन में आएं.
बैकग्राउंड म्यूजिक और गाने
शाहरुख खान की 26 साल पहले आई फिल्म डुप्लिकेट के गाने मेरे मेहबूब मेरे सनम के म्यूजिक को इस फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक बनाया गया है. अधिकतर सीन्स के पीछे यही म्यूजिक बजता सुनाई देगा जो सीन्स की रिलायबिलिटी को और बढ़ाने में हेल्पफुल रहा है. लेकिन फिल्म के गानों में वो गहराई नहीं है. इमोशनल लेवल पर ये फिल्म उतना डेप्थ में नहीं जाती. जिससे जाहिर होता है कि इसकी कहानी को हल्के-फुल्के मिजाज का रखने पर ही जोर दिया गया है. गानों की बात करें तो मेरे महबूब मेरे सनम के रिक्रिएशन को फैंस ने रेड सिग्नल दिखाया है. बाकी तौबा तौबा और जानम सॉन्ग को पसंद किया जा रहा है.

इमोशनल इम्बैलेंस
इस फिल्म में कॉमेडी है, स्टोरी है, ड्रामा है और इमोशन्स भी हैं. मगर सेंस्टिव इश्यूज के दौरान भी फिल्म में कुछ फनी सीन्स डाल दिए गए हैं जिससे इसकी कहानी को लाइट रखा है. उन जगहों पर सीन्स इमोशनली और इनडेप्थ होने चाहिए थे. लेकिन वैसा सिर्फ एक-दो सीन्स में ही देखने को मिलता है. वहीं फिल्म में सबसे साफ-सुथरा कैरेक्टर एमी विर्क का दिखाया गया है. वे सिंसियर हैं. उनके कैरेक्टर की लेंथ को जरा और बढ़ाया जा सकता था. उनके रोमांस का एंगल भी सनोली के साथ ठीक तरह से फिट नहीं बैठाया गया है. इन दोनों की केमिस्ट्री ही इस फिल्म का लूपहोल है. अगर इस कहानी को ऐसे बुना गया है कि सलोनी को अपने जीवन में अगर अखिल और गुरबीर में से किसी एक को चुनना है तो ऐसे में उस कैरेक्टर को उस कन्फ्यूजन में फंसाना था. तब वो सिचुएशन और कैची हो जाती.
डायलॉग्स-स्क्रिप्ट में दम
फिल्म के डायलॉग्स उसकी कास्ट और कैरेक्टर्स के हिसाब से दिए गए हैं. कई सारे वन लाइनर्स अच्छे और सटीक बैठते हैं. इसके अलावा स्क्रिप्ट में कई छोटे-छोटे कॉमिक सीन्स क्रिएट किए गए हैं. इनसब के साथ ही ये फिल्म दर्शकों को कुर्सी से चिपकाने में सफल रह पाती है. इस फिल्म को बढ़िया प्रोजेक्ट्स बनाने वाले एक अनुभव फिल्ममेकर आनंद तिवारी ने बनाया है. उनका कॉन्फिडेंस इस फिल्म में निखर कर आता नजर आया है. फिल्म आपको हंसाती है. जरा रह-रहकर. इमोशनल करती है हल्का-हल्का और फुलऑन ड्रामे से लबरेज है. ऐसा ड्रामा जिसे आप अगर एक बार देख लें तो अफसोस तो नहीं करेंगे. बाकी पैसा वसूल हुआ कि नहीं वो आप खुद देखने के बाद तय करें.

अभिनय में भी रिदम
फिल्म में विकी कौशल ने एक बार फिर से बता दिया है कि वे मौजूदा दशक के सबसे ट्रस्टेबल एक्टर हैं. कभी संवेदनशील किरदार करते-करते कब वे एक छिछोरा का किरदार कर जाते हैं पता ही नहीं चलता. उनके अभिनय के लचीलेपन का इस्तेमाल मेकर्स अच्छी तरह से कर रहे हैं. कई सीन्स में हमेशा की तरह वे अपने अपोजिट कैरेक्टर्स पर भारी पड़ते नजर आए हैं. पंजाबी सुपरस्टार एमी विर्क ने बताया कि क्यों वे दुनियाभर में इतना पॉपुलर हैं. उनकी एक्टिंग बढ़िया रही है और अगर वे विक्की पर भारी नहीं पड़े हैं तो उनसे ज्यादा कम भी नहीं नजर आए हैं.
वहीं अपने ग्लैमर और खूबसूरती से एक बार फिर से तृप्ति डिमरी लोगों के दिलों पर छा जाने के लिए तैयार हैं. नेहा धुपाया का कैरेक्टर और इंटरेस्टिंग बनाया जा सकता था लेकिन उनका कभी-कभी तो उन्हें फिल्म में देख ऐसा लगने लगता है कि ये कैरेक्टर फिल्म में है ही क्यों. अनन्या का कैमियो भी ज्यादा खास नहीं है. लेकिन कुछ-कुछ सीन्स में अखिल की मां का रोल प्ले कर शीबा चड्ढा जरूर इंप्रेस करने में सफल रही हैं. चाहें जो भी हो, इतना तो तय है कि विकी कौशल के फैंस के लिए ये फिल्म खास है क्योंकि एक बार फिर से उनकी पावर परफॉर्मेंस देखने को मिली है.
फिल्म- बैड न्यूज
एक्टर्स- विक्की कौशल, तृप्ति डिमरी, एमी विर्क, शीबा चड्ढा
डायरेक्टर- आनंद तिवारी
रिलीज- थिएटर
रेटिंग्स- 3 स्टार्स
Imdb लिंक-

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