बजरंग पूनिया और NADA आमने-सामने, सस्पेंशन के बाद भारतीय पहलवान ने एजेंसी पर उठाए सवाल
भारत के रेसलिंग स्टार बजरंग पूनिया दिल्ली में कुश्ती संघ के खिलाफ प्रदर्शन करने को लेकर काफी समय तक विवादों में रहे. अब उनके एक फैसले ने उन्हें फिर से मुश्किल में डाल दिया है. NADA (National Anti Doping Agency) ने उन्हें अस्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया है.
एजेंसी के अनुसार, पेरिस ओलंपिक के लिए मार्च में होने वाले सेलेक्शन ट्रायल के दौरान उन्होंने यूरिन सैंपल जमा करने से मना कर दिया था. इस फैसले के कारण NADA ने उनके खिलाफ ये प्रोविजनल एक्शन लिया है. एजेंसी के फाइनल फैसले तक वो किसी भी रेसलिंग कंपिटिशन में हिस्सा नहीं ले सकते. NADA के इस एक्शन से ओलंपिक में उनकी दावेदारी पर खतरा मंडराने लगा है.
पूनिया ने एजेंसी पर उठाए सवाल
NADA के फैसले के बाद एजेंसी और बजरंग पूनिया आमने-सामने आ गए हैं. उन्होंने एजेंसी पर ही सवाल उठा दिया है. पूनिया ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि उन्होंने कभी नाडा के अधिकारियों को सैंपल देने से मना नहीं किया था. बल्कि एजेंसी ने उन्हें जांच के लिए एक्सपायरी किट भेजी थी, लेकिन जब उन्होंने इस पर जवाब मांगा तो NADA की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई. पूनिया ये भी कहा कि एजेंसी के सस्पेंशन लेटर का जवाब अब उनके वकील देंगे.
नाडा ने 7 मई तक दिया है समय
डोपिंग एजेंसी ने बजरंग पूनिया से सात मई तक लिखित में उनका जवाब मांगा है. साथ ही ये भी कहा है कि उन्हें मनाही के लिए एक सपोर्टिंग कागजात भी जमा करने होंगे. पूनिया को दो विकल्प दिए गए हैं. नाडा ने कहा है कि आरोपों को स्वीकार कर लें, इससे सुनवाई रोक दी जाएगी या फिर उन पर लगे आरोपों के खिलाफ एंटी डोपिंग पैनल के सामने अपना पक्ष रखें.
क्या है पूरा मामला?
पेरिस ओलंपिक के लिए भारत में ट्रायल शुरू हो चुके हैं. लेकिन बजरंग पूनिया को अभी तक पेरिस ओलंपिक का टिकट नहीं मिला है. 65 Kg की कैटगरी में हिस्सा लेने वाले पूनिया को अपने कोटे के लिए डोप टेस्ट कराना था. लेकिन NADA के अनुसार मार्च में हुए ट्रायल के दौरान उन्होंने सैंपल देने से मना कर दिया था. इसके बाद 23 अप्रैल को एजेंसी ने उन्हें सस्पेंशन लेटर भेज दिया. हालांकि, अभी उन्हें केवल अस्थायी रूप से सस्पेंड किया गया है. एजेंसी ने कहा है कि उनके फाइनल सस्पेंशन पर फैसला सुनवाई के बाद ही किया जाएगा.