पुलिस भर्ती परीक्षा के पहले बड़ी कार्रवाई, यहां हुआ सॉल्वर गैंग का पर्दाफाश, लाखों की नकदी समेत 8 अरेस्ट
पुलिस ने यूपी आरक्षी भर्ती परीक्षा से पहले एक बड़े साल्वर गैंग का भंडाफोड़ किया है. पकड़े गए बदमाश यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में सेंध लगाने की तैयारी में जुटे थे. गाजीपुर में पुलिस ने पेपर आउट कराकर नकल कराने वाले साल्वर गैंग का पर्दाफाश करते हुए सॉल्वर गैंग के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने नोनहरा थाना क्षेत्र के मिरदादपुर से साल्वर गैंग के 8 बदमाशों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने पकड़े गए बदमाशों से 6 लाख रुपए कैश और 21 लाख के चेक बरामद किए हैं.
गाजीपुर के एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि पकड़े गए सॉल्वर गैंग के पास से बड़ी संख्या में फर्जी दस्तावेज, 17 अभ्यर्थियों के मूल शैक्षिक अंकपत्र व प्रमाणपत्र, 29 अभ्यर्थियों के यूपी आरक्षी भर्ती परीक्षा के एडमिट कार्ड, 8 आधार कार्ड, 5 नकल चिट के नमूने, 14 मोबाईल, कई इलेक्ट्रानिक डिवाइस, 1 कार और 3 बाइक बरामद की है. पकड़े गए बदमाशों ने बताया कि इस सॉल्वर गैंग में वाराणसी के किशन मिश्रा और सुनील मिश्रा भी शामिल हैं.
गैंग प्रश्न पत्र हासिल कर उसके उत्तर 2 घंटे पहले भेजता थागाजीपुर के एसपी ओमवीर सिंह ने कहा कि सॉल्वर गैंग विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में परीक्षा केन्द्रों एवं अन्य स्रोतों के जरिये सांठगांठ कर परीक्षा से पहले ही प्रश्नपत्रों के अलग अलग सेट को वाट्सअप के माध्यम से प्राप्त कर उनके उत्तर सेटवार तैयार कर परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरु होने से 2 घन्टे पूर्व भेज देता है. गैंग लोगों से प्रति अभ्यर्थी 7 से 8 लाख रुपए लेता था. जो लोग पैसा नकद नहीं दे पाते थे. उनसे गैंग के सदस्य ब्लैंक चेक ले लिया करते थे.
7- 8 लाख रुपए में करते थे डील, देते थे सरकारी नौकरी लगवाने का झांसागाजीपुर के एसपी ओमवीर सिंह ने कहा कि इन लोगों ने फोटो कॉपी मशीन भी लगा रखी थी. अगर इनको पेपर मिल जाता तो ये उसकी फोटो कॉपी कराकर उसे उन लोगों तक पहुंचाते, जिनसे इन लोगों ने धन लिया था. इनके एजेंट पूर्वांचल में सक्रिय थे और लोगों से संपर्क कर रहे थे. ये लोगों से 7- 8 लाख रुपए में डील करते थे और भरोसा दिलाते थे कि वे पेपर का हल उपलब्ध कराएंगे. नौकरी दिलाने का झांसा भी ये लोग देते थे. ये लोग दावा करते थे कि केंद्र सरकार की परीक्षा में भी ये नौकरी लगवा देते हैं.