दिन खत्म होने से पहले आखिरी वक्त में रोहित शर्मा से बड़ी भूल, आगे मैच में पड़ सकती है भारी
भारत और इंग्लैंड के बीच राजकोट में खेला जा रहा तीसरा टेस्ट इस वक्त काफी रोमांचक हो चला है। दो दिन खत्म हो गए हैं, लेकिन अभी तक पता नहीं चल पा रहा है कि मुकाबला किस ओर जाएगा। पहले भारतीय टीम ने बड़ा स्कोर खड़ाकर इंग्लैंड को प्रेशर में लाने की कोशिश की। इसके बाद जब इंग्लैंड की बारी आई तो टीम ने फिर से उसी अंदाज में बल्लेबाजी की, जिसके लिए वे पिछले दो साल से जानी और पहचानी जाती है। दूसरे दिन का खेल खत्म होने से पहले आखिरी वक्त में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा से एक बड़ी भूल हो गई। अभी तो पता नहीं चला रहा है, लेकिन आने वाले दिनों में ये भारी पड़ सकती है।
दूसरे दिन के आखिरी ओवर में रोहित ने ले लिया गलत डीआरएस
दरअसल आज का दिन जब खत्म होने वाला था तो कप्तान रोहित शर्मा ने आखिरी ओवर रविचंद्रन अश्विन को सौंप दिया। अश्विन के सामने आज के शतकवीर बेन डकेट थे। अश्विन की गेंद घुमती है और ऐसा लगता है कि गेंद बल्ले से सम्पर्क कर पीछे गई है, जहां रोहित शर्मा मुश्किल कैच पकड़ते हैं। ऐसा लगा कि बेन डकेट आउट हो गए हैं। लेकिन अंपायर इससे संतुष्ट नहीं होते हैं। कैच लेते वक्त जमीन पर गिर पड़े रोहित लेटे ही लेटे डीआरएस लेते हैं। जब तीसरा अंपायर इसे स्लो मोशन में देखते हैं तो पता चलता है कि बॉल लेग स्टंप के बाहर गिरती है और बल्ले से भी सम्पर्क नहीं हुआ है। अब मामला एलबीडब्ल्यू का बन सकता है, लेकिन बॉल गलत जगह गिरी है, इसलिए वे आउट नहीं दिए जा सकते। नियमों के अनुसार बॉल अगर लेग स्टंप के बाहर पिच करती है तो फिर आगे देखने की जरूरत नहीं होती, बल्लेबाज वहीं पर नॉट आउट हो जाता है। यानी डीआरएस बेकार चला गया।
भारत के पास बचा है केवल एक ही रिव्यू, 24 में 17 डीआरएस असफल
रोहित शर्मा ने इससे पहले एक और बार डीआरएस लिया था, जो नाकाम साबित हुआ। किसी भी टीम को एक पारी के दौरान कुल 3 डीआरएस मिलते हैं, जिसमें से भारत के दो रिव्यू गलत हो गए हैं। यानी अब केवल एक ही डीआरएस बचा हुआ है। मुश्किल ये है कि अभी तो इंग्लैंड के 8 और विकेट बचे हुए हैं। अगर एक से ज्यादा डीआरएस की जरूरत पड़ी तो फिर भारतीय टीम के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है। इस सीरीज में वैसे भी भारतीय टीम के लिए डीआरएस ने ज्यादा काम नहीं किया है। भारतीय टीम ने अब तक इस सीरीज के मैचों में कुल 24 बार डीआरएस का इस्तेमाल किया है, जिसमें से 17 असफल रहे हैं। जब टीम गेंदबाजी करती है तो केवल कप्तान ही डीआरएस का इशारा कर सकता है, वहीं बल्लेबाजी के दौरान जो भी बल्लेबाज चाहे अंपायर से रिव्यू की डिमांड कर सकता है।
इंग्लैंड के पूरे 3 रिव्यू बरकरार
बात अगर इंग्लैंड की करें तो उसके पास अभी तक इस पारी के पूरे 3 डीआरएस बचे हुए हैं। यानी अगर उन्हें जरूरत हुई तो वे इसका इस्तेमाल तीन बार और कर सकते हैं, लेकिन भारतीय टीम के पास केवल एक ही बचा है। अभी तो पता नहीं चल रहा, लेकिन अगर मैच के तीसरे दिन एक डीआरएस और खत्म होने के बाद अगर कोई बल्लेबाज आउट हुआ और मैदानी अंपायर ने उसे नॉट आउट करार दिया तो फिर मामला फंस सकता है। कई बार इससे पहले भी टेस्ट क्रिकेट में ये देखने के लिए मिलता रहा है। अब देखना होगा कि इन चुनौतियां से कप्तान रोहित शर्मा और भारतीय टीम कैसे निपटती है।