बंगाल में ED, सीबीआई और IT की टीमों पर हो चुके हैं दर्जनों बार हमले, एक घटना तो मौजूदा DGP से है जुड़ा

पश्चिम बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों पर हमले के बाद टीएमसी नेता शाहजहां शेख की तलाश तेज हो गई है. तृणमूल कांग्रेस नेता के समर्थकों ने बीते शुक्रवार को ईडी की टीम पर हमला किया था. इस हमले में ईडी के कई अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए थे. ईडी अधिकारियों की टीम राशन वितरण घोटाले की जांच के संबंध में उत्तर 24 परगना जिला स्थित शाहजहां के आवास पर छापा मारने पहुंची थी.

हाल के वर्षों में बंगाल में केंद्रीय जांच एजेंसियों की टीम पर एक दर्जन से भी अधिक हमले हुए हैं या उनको जांच करने से रोका गया है. ईडी के मुताबिक हाल के दिनों पश्चिम बंगाल में अधिकारियों पर तीन बार हमले हुए हैं. आईटी की रेड में भी कई बार रोकने की कोशिश हुई है. इसी तरह सीबीआई के काम में भी कई बार बाधा डाला गया है.

 

बंगाल में कभी CBI तो कभी ईडी पर होते हैं हमले

केंद्र सरकार की जांच एजेंसियों के साथ पश्चिम बंगाल में आए दिन कुछ न कुछ घटनाएं होती ही रहती हैं. साल 2019 में भी जब सीबीआई की टीम कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से शारदा चिटफंड घोटाले की पूछताछ के लिए पहुंची थी तो स्थानीय पुलिस ने सीबीआई को कमिश्नर के घर के बाहर रोक दिया था. सीबीआई ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने कई घंटे तक टीम को बंधक बना लिया था. इस घटना के बाद मौजूदा डीजीपी और उस समय कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के सपोर्ट में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 70 घंटे तक धरना पर बैठी थीं.

बता दें कि 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी राजीव पिछले साल दिसंबर में ही बंगाल के नए डीजीपी बने हैं. राजीव कुमार के बारे में कहा जाता है कि वह ममता बनर्जी के बेहद करीबी अधिकारी हैं. राजीव कुमार बिहार के रहने वाले हैं. सीबीआई ने राजीव कुमार पर सारदा चिटफंड घोटाले से जुड़े अहम सबूतों और दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ करने और उन प्रभावशाली लोगों को बचाने का आरोप लगाया है.

ममता बनर्जी के कई मंत्री जांच एजेंसियों के रडार पर

इसी तरह पिछले कुछ वर्षों में ममता बनर्जी सरकार के कई मंत्री और अधिकारी भ्रष्टाचार के आरोप में बड़ी रकम के साथ गिरफ्तार हुए हैं. केंद्रीय जांच एजेंसी ने राज्य के कई आलाधिकारियों को कई घोटालों में लिप्त पाए जाने पर मामला भी दर्ज किया है.

बता दें कि साल 2022 में ही ईडी ने पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की एक करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के परिसरों पर छापेमारी में 20 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की थी. शिक्षा राज्य मंत्री परेश सी अधिकारी, विधायक माणिक भट्टाचार्य और अन्य के परिसरों पर भी छापा मारा गया था.

पिछले दिनों पश्चिम बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय की टीम पर हुए हमले के मामले में केंद्र सरकार ने गंभीरता से लिया है. टीएमसी नेता शाहजहां शेख के खिलाफ अब लुकआउट नोटिस जारी कर दिया गया है.

 

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