ओडिशा में BJD को बड़ा झटका! छह बार के सांसद भर्तृहरि महताब ने छोड़ी पार्टी, BJP में शामिल होने की अटकलें

ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और बीजू जनता दल (बीजेडी) के बीच सीटों के बंटवारे का समझौता नहीं होने के बाद अब ओडिशा में सत्तारूढ़ पार्टी को बड़ा झटका लगा है. बीजेडी के वरिष्ठ नेता और सांसद भर्तृहरि महताब ने शुक्रवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. भर्तृहरि महताब कटक लोकसभा क्षेत्र से छह बार के सांसद रह चुके हैं और बीजद के संस्थापक सदस्य हैं. वह 1998, 1999, 2004, 2009, 2014 और 2019 में कटक सीट से लोकसभा के सांसद रहे हैं. मतदाब ने अपना इस्तीफा सीएम नवीन पटनायक को भेज दिया है.

पूर्व मुख्यमंत्री हरेकृष्ण महताप के बेटे महताब ने सीएम को लिखे पत्र में कहा कि प्रिय नवीन बाबू, टूटे हुए दिल के साथ, मैं खुद को उस पार्टी से अलग करने के लिए मजबूर हूं जिसमें मैं इसकी स्थापना के समय से शामिल था. इसके विकास में मेरा भी कुछ योगदान था. मैं इस पत्र के माध्यम से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं. कृपया इसे तुरंत स्वीकार करें.

महताब का इस्तीफा कटक की एक विशेष अदालत द्वारा 13 साल पहले ड्यूटी पर एक पुलिस अधिकारी के कथित हमले से संबंधित मामले में उनके खिलाफ आरोप तय करने के एक दिन बाद आया है.

महताब के खिलाफ लगे हैं ये आरोप

महताब ने कहा, “जब मैंने समान नागरिक संहिता के समर्थन में बात की, तो बीजद ने कहा कि यह मेरी निजी राय थी. इतना ही नहीं, अतीत में ऐसी कई चीजें हो चुकी हैं. सांसद ने कहा कि बीजद के ‘इस रवैये’ के कारण उन्होंने पिछले डेढ़ साल के दौरान ‘चुप’ रहना पसंद किया.”

यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने पटनायक का ध्यान आकर्षित किया है, महताब ने कहा, “मैंने सीएम से चर्चा की है और उन्होंने मुझसे कहा ‘सोचेंगे’ (मैं इस पर विचार करूंगा).” सत्तारूढ़ दल पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि बीजद अब “भ्रष्टाचार और आत्म-प्रशंसा” के खिलाफ लड़ने की अपनी विचारधारा से हट गया है.

महताब ने कहा कि बीजद के कामकाज में सुधार के मेरे सुझावों को अनसुना कर दिया गया है. किसी के धैर्य की एक सीमा होती है. मुझे लगता है कि मैं खुद को पार्टी से अलग करके इन मुद्दों से बेहतर तरीके से लड़ सकता हूं.

बीजेपी में शामिल होने की अटकलें तेज

बीजेडी और बीजेपी के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन नहीं होने पर महताब ने बीजेडी से निष्कासित नेता एसआर पटनायक के हवाले से कहा, ”ओडिशा में अनैतिक और अनैतिक गठबंधन नहीं हुआ. यह लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत है. भाजपा में शामिल होने के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए सांसद ने कहा कि वह इस संबंध में समर्थकों और शुभचिंतकों से सलाह ले रहे हैं.”

भाजपा चुनाव प्रभारी विजय पाल सिंह तोमर ने कहा, “महताब जी बहुत वरिष्ठ नेता हैं. अगर वह हमारे साथ आना चाहते हैं तो भाजपा उनका स्वागत करेगी.” अनुभवी सांसद को संसद की बहसों में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 2017 से 2020 तक लगातार चार वर्षों तक ‘संसद रत्न’ से सम्मानित किया गया.

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