Bike में ये पार्ट है बहुत काम का, अगर ना हो तो उबड़-खबड़ रास्तों पर नहीं आएगा मजा
बाइक में कई ऐसे पार्ट्स होते हैं जो उसकी सवारी को आरामदायक और सुरक्षित बनाते हैं. उनमें से एक महत्वपूर्ण पार्ट है सस्पेंशन सिस्टम. सस्पेंशन सिस्टम का काम होता है बाइक के झटकों को अवशोषित करना, जिससे सवारी उबड़-खाबड़ रास्तों पर भी आरामदायक बनी रहती है.
अगर सस्पेंशन सिस्टम नहीं हो, तो हर छोटा-बड़ा गड्ढा और उबड़-खाबड़ रास्ता सवार के लिए बहुत असुविधाजनक हो सकता है और सवारी का मजा बिल्कुल खराब हो सकता है. इसी वजह से एडवेंचर बाइक में सस्पेंशन पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है, क्योंकि एडवेंचर बाइक पहाड़ी और उबड़-खाबड़ रास्तों पर सफर करने के लिए बनाई जाती हैं.
कितने तरीके के होते हैं सस्पेंशन?
फ्रंट फोर्क सस्पेंशन: यह बाइक के अगले पहिये के लिए होता है और इसे टेलीस्कोपिक फोर्क भी कहते हैं.
रियर सस्पेंशन: यह बाइक के पिछले पहिये के लिए होता है और इसे मोनोशॉक या डुअल शॉक कहा जा सकता है. ये सस्पेंशन सिस्टम बाइक की हैंडलिंग, स्थिरता और आराम को बेहतर बनाते हैं, विशेषकर खराब रास्तों पर.
सस्पेंशन को कैसे ठीक रखें?
सस्पेंशन को नियमित रूप से जांचना अहम है, खासकर आप अगर खराब सड़कों पर सवारी करते हैं. सस्पेंशन में लीकेज के लिए नियमित रूप से जांच करें, क्योंकि इससे परफॉर्मेंस में कमी आ सकती है. अपने वजन और राइडिंग स्टाइल के अनुसार सस्पेंशन को ठीक से सेट करें. सस्पेंशन को मैन्युफैक्चरर द्वारा बताए अंतराल पर सर्विसिंग करवाना जरूरी है.
सस्पेंशन का काम क्या है?
कंफर्ट: सस्पेंशन सड़क की खामियों, गड्ढों और अन्य बाधाओं से होने वाले झटकों को अवशोषित करता है, जिससे राइडिंग ज्यादा कंफर्टेबल और सुखद हो जाती है.
कंट्रोल: बेहतर सस्पेंशन टायरों को जमीन से बेहतर संपर्क बनाए रखने में मदद करता है, जिससे बेहतर कंट्रोल और स्टैबिलिटी मिलती है. खास तौर पर खराब रोड कंडिशन में बेहतर सस्पेंशन काफी काम आता है.
सेफ्टी: सस्पेंशन ब्रेकिंग परफॉर्मेंस को भी बेहतर बनाता है, क्योंकि यह पहियों को जमीन से जुड़ा रखता है, जिससे ज्यादा प्रभावी ढंग से रुकना संभव होता है.