Brain Fog: ब्रेन फॉग छिन सकता है आपके सोचने-समझने की क्षमता, जानें कैसे करें बचाव
ब्रेन फॉग एक ऐसी मानसिक स्थिति है जो मरीज के दिमाग को प्रभावित करती है. जैसा की इसके नाम से ही जाहिर होता है, इस परिस्थिति में मरीज के दिमाग पर एक धुंध सी छा जाती है. जिसके कारण व्यक्ति के सोचने-समझने की क्षमता पर असर पड़ता है.
इस बीमारी को कॉग फॉग के नाम से भी जाना जाता है. इस स्थिति में व्यक्ति का फोकस कम हो जाता है और फैसला लेने की शक्ति भी कम हो जाती है.
ब्रेन फॉग से जूझ रहे व्यक्ति को दैनिक कार्यों को करने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. यादाश्त कम होना और किसी भी समस्या के समाधान करने में मुश्किल आना इसके प्रमुख लक्षण हैं. कुल मिलाकर ये दिमाग में एक कन्फ्यूजन की स्थिति पैदा कर देती है, जिसकी वजह से व्यक्ति कोई भी फैसला लेने में असमर्थ होता है.
वैसे तो ब्रेन फॉग के किसी सटीक कारण का पता नहीं चल पाया है. डॉक्टरों के अनुसार, इसके कई कारण हो सकते हैं. खास कर कोरोना से ठीक हुए मरीजों में ब्रेन फॉग की स्थिति ज्यादा देखी गई है. ब्रेन फॉग के कुछ प्रमुख कारण ये हो सकते हैं –
ब्रेन फॉग के कारण की ही तरह इसके सटीक लक्षण भी नहीं है. लेकिन मरीजों के अनुभव और एक्स्पर्ट्स के अनुसार, इन लक्षणों की पहचान कर आप ब्रेन फॉग से बचाव कर सकते हैं.