Breast Cancer : ब्रेस्ट कैंसर के बारे में इन बातों को सच तो नहीं मानते आप? डॉक्टर से जानें
भारत में महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, साल 1990 से लेकर 2019 भारत में ब्रेस्ट कैंसर के मामले तीस फीसदी से अधिक बढ़े हैं. इस कैंसर के अधिकतर मामले आखिरी स्टेज में सामने आते हैं. हालांकि अब ब्रेस्ट कैंसर को लेकर जागरूकता बढ़ी है, लेकिन फिर भी इस बीमारी के केस लगातार बढ़ना एक चिंता का कारण है. स्तन कैंसर को लेकर कई मिथ भी हैं. यानी इसको लेकर लोगों के बीच कुछ गलत जानकारियां हैं. जिनको दूर करना जरूरी है. इसके बारे में हमे एक्सपर्ट ने बताया है.
सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, मणिपाल अस्पताल सरजापुर, मणिपाल अस्पताल में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग में डॉ. राहुल एस कनका बताते हैं कि ब्रेस्ट कैंसर को लेकर कई तरह के मिथ हैं. इनके कारण समाज में ब्रेस्ट कैंसर के बारे में सही जानकारी नहीं जा पाती है. ऐसे में ब्रेस्ट कैंसर के कुछ प्रमुख मिथ के बारे मेंसभी लोगों को और महिलाओं को जानकारी होना जरूरी है. आइए जानते हैं.
1: मिथक :ब्रेस्ट कैंसर केवल जेनेटिक कारणों से होता है
फैक्ट : ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित अधिकांश महिलाओं का इस कैंसर का कोई पारिवारिक इतिहास नहीं होता है. ब्रेस्ट कैंसर के केवल 5-10% मामले जेनेटिक होता है.
2.मिथक : अंडरवायर ब्रा पहनने से ब्रेस्ट कैंसर होता है
फैक्ट : अंडरवायर ब्रा से ब्रेस्ट कैंसर से जोड़ने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. न ही इस मामले में कोई रिसर्च है.
3.मिथक : छोटे स्तन वाली महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर नहीं होता
फैक्ट : ब्रेस्ट के साइज का स्तन कैंसर के खतरे से कोई संबंध नहीं है. ब्रेस्ट में मौजूद टिश्यू के आकार का ही इससे संबंध है.
4. मिथक: मैमोग्राम टेस्ट से निकल रही किरणों के संपर्क में आने से ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है
फैक्ट :मैमोग्राम टेस्ट में विकिरण की मात्रा बहुत कम है और ब्रेस्ट कैंसर का शीघ्र पता लगाने के यह टेस्ट सबसे बेस्ट है.
5.मिथक: ब्रेस्ट कैंसर केवल अधिक उम्र की महिलाओं को होता है.
फैक्ट : ब्रेस्ट कैंसर का खतरा उम्र के साथ बढ़ता है, लेकिन ये जरूरी नहीं है कि ये कैंसर बढ़ती उम्र में ही हो. आज के समय में 30 से 35 साल की उम्र में महिलाओं को स्तन कैंसर हो रहा है.
ब्रेस्ट कैंसर से बचाव कैसे करें
खानपान का ध्यान रखें
रोजाना एक्सरसाइज करें
धूम्रपान और शराब का सेवन न करें
30 साल की उम्र के बाद कैंसर की स्क्रीनिंग कराएं.