BSF ने पश्चिम बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बनाए ओपन जिम और बाथरूम, महिलाओं ने जताई खुशी
बीएसएफ ने पश्चिम बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर महिलाओं के लिए ओपन-एयर जिम और बाथरूम का निर्माण किया है. इन बाथरूम के ऊपर टिन की चादर लगाकर इसे बंद किया गया है. सीमा सुरक्षा बलों को केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से इसका निर्देश दिया गया था, जिसके बाद महिलाओं की सुविधा के लिए जिम औपन जिम बाथरूम को बनाया गया है.
दरअसल स्थानीय आबादी के साथ जुड़ने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा निर्देश दिया गया था. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि सीमा पर मौजूद ये स्थान देश के अंतिम नहीं बल्कि पहले गांव हैं, ऐसे में इनकों तमाम बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जानी चाहिए.
ओपन-एयर जिम तैयार
वहीं एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बल (बीएसएफ) को इन संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों के जीवन की बेहतरी के लिए सभी उपाय करने चाहिए. जिसके लिए बीएसएफ की 32वीं बटालियन ने पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में गेडे, कादीपुर और तुंगी की अपनी सीमा चौकियों के पास ओपन-एयर जिम बनाए हैं. अधिकारी ने बताया कि इन जिमों में पैरेलल बार, कमर स्ट्रेचर, चेस्ट प्रेस, फन राइडर, लेटरल पुल डाउन, सिट-अप ट्रेनर, टू-साइडेड रोटेटर और ताई ची स्पिनर जैसे उपकरण लगाए गए हैं.
जिम का आनंद ले सकते हैं ग्रामीण
उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों की सुरक्षा करने वाले बीएसएफ कर्मी सभी आयु वर्ग के लोगों जिसमें बच्चों, युवा और बुजुर्गों सभी शामिल हैं, ये सभी लोग दिन के किसी भी समय इन सुविधाओं का उपयोग कर सकते हैं. वहीं बीएसएफ के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि जिस बैरियर को पहले सुरक्षा जवानों ने गिरा दिया था और बंद रखा था, उसे अब खुला रखा गया है ताकि लोग जब चाहें जिम का आनंद ले सकें. क्षेत्र से घास-फूस और झाड़ियां साफ कर दी गई हैं, और तीन स्थानों पर बड़े-बड़े बोर्ड लगा दिए गए हैं जिन पर लिखा है ‘सीमा संबंध मार्ग’ या ‘सीमा-संबंध मार्ग’.
महिलाओं के लिए बनाए गए बाथरूम
बीएसएफ ने क्षेत्र की महिलाओं और लड़कियों के लिए टिन शेड से ढके बाथरूम भी बनाए हैं. दरअसल सुरक्षा बल को पता चला था कि महिलाओं को पानी के नलों के पास, जो अक्सर सड़क के किनारे स्थित होते हैं, वहां नहाने के लिए कोई जगह नहीं है और पजगह पूरी खुली हुई है जिससे महिलाओं को नहाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
महिलाओं ने किया उद्घाटन
बीएसएफ कर्मियों ने नारी सम्मान स्नानघर’ बनाया है, जिसे फूलों की आकृति में चित्रित किया गया. यही नहीं स्नान घर का उद्घाटन स्थानीय महिलाओं से कराया गया. बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि महिलाएं खुले में नहाती थीं ऐसे में हमें बहुत बुरा लगता था कि उनके लिए कोई उचित जगह नहीं थी जिसको लेकर ग्रामीण परेशान थे. इसके बाद अस्थायी टिन-शीट की मदद स्नान घर बनाया गया. स्थानीय ग्रामीण कुमार विश्वास बीएसएफ की इस पहल को लेकर खुशी जाहिर की. उन्होंने बताया कि इस काम से महिलाएं काफी खुश हैं.