क्या ‘एनर्जी वॉटर’ को रोजाना पिया जा सकता है? एक्पर्ट्स से जानिए इसका जवाब
शरीर में पानी की कमी होने से डिहाइड्रेशन होने का खतरा रहता है, जिसके चलते बाद में कई सारी हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती है. हेल्थ एक्सपर्ट्स अक्सर पुरुषों को रोजाना 3.7 लीटर और महिलाओं को करीब 2.5 लीटर रोजाना पानी पीने की सलाह देते हैं. पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचा रहता है. लेकिन कुछ लोग पानी को लेकर भी दुविधा में रहते हैं कि कौन सा पानी पिएं.
आजकल बाजार में ब्लैक वॉटर और मिनरल वॉटर समेत तमाम तरह के पानी आ गए हैं, जिसका इस्तेमाल लोग अपनी जरूरतों के हिसाब से करते हैं. लेकिन क्या आप इलेक्ट्रोलाइट वॉटर के बारे में जानते हैं? शायद आप इसके बारे में पहले भी सुन चुके हों लेकिन ध्यान न दिया हो. बहरहाल, आइए हम एक्सपर्ट्स से ही जानते हैं कि आखिर इलेक्ट्रोलाइट वॉटर क्या होता है और क्या इसे रोजाना पिया जा सकता है. इसके अलावा, हम ये भी जानने की कोशिश करेंगे कि किन लोगो को इलेक्ट्रोलाइट वॉटर से बचना चाहिए.
क्या होता है इलेक्ट्रोलाइट वॉटर
नोएडा के यथार्थ हॉस्पिटल में नेफ्रोलॉजी विभाग के हेड और सीनियर कंसल्टेंट डॉ. उपेंद्र सिंह बताते हैं कि इस पानी को पोटैशियम, मैग्नीशियम, सोडियम और मिनिरल्स से मिलाकर बनाया जाता है. इलेक्ट्रोलाइट वॉटर आपके दिल और किडनी के लिए बेहद जरूरी है. इसे पीने से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन ठीक रहता है.
क्या इस पानी को रोज पी सकते हैं?
डॉ. उपेंद्र सिंह कहते हैं कि जिन लोगों में इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन ठीक है, उनके लिए इस पानी को रोज पीना जरूरी नहीं है. इलेक्ट्रोलाइट वॉटर एथलीट्स या उन लोगों के लिए ज्यादा जरूरी है, जो लंबे समय तक फिजिकल एक्टिविटी करते हैं. खेल पर मैदान पर कई खिलाड़ियों को आपने इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक पीते देखा होगा. इससे जल्दी डिहाइड्रेट की संभावना कम हो जाती है.
ये लोग न पिएं
डॉ. उपेंद्र का कहना है कि जिन लोगों का इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस ठीक है, अगर वह रोजाना इस पानी को पीते हैं तो उन्हें समस्या हो सकती है. इससे उनका इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बिगड़ सकता है. किडनी और हाई बीपी के मरीजों को भी इस ड्रिंक को पीने से बचना चाहिए. इसके अलावा, डायरिया या मसल्स क्रैंप्स में भी इलेक्ट्रोलाइट वॉटर न पिएं. डॉ. उपेंद्र ये भी कहते हैं कि कोकोनट वॉटर जैसे नेचुरल इलेक्ट्रोलाइट वॉटर को ही पिएं.