बच्चों पर माता-पिता की ये आदतें बुरा प्रभाव डाल सकती है? जानिए कौन सी है वो आदत
बच्चे जब बड़े होते हैं, उनकी आदतों को बिगाड़ने का काम माता-पिता को ही संभवतः संभवतः होता है। यह कहा जाता है कि बच्चों को सही परवरिश दी जाए तो वे संस्कारी कहलाते हैं। लेकिन सही परवरिश के साथ-साथ बच्चों को बड़ा करना भी काफी मुश्किल काम होता है। कई बार यह निर्णय करना बहुत मुश्किल होता है कि बच्चों के लिए क्या सही है और क्या गलत है, कौन सी बात उनके लिए सही रहेगी और कौन सी उनके लिए हानिकारक हो सकती है। इन सभी आदतों के साथ, कई बार माता-पिता बच्चों के साथ ऐसी गलती कर देते हैं जिससे उनके बच्चे असंभव हो जाते हैं और वे चिड़चिड़े और जिद्दी हो जाते हैं। आइए जानते हैं कि माता-पिता कौन सी आदतें हैं जो बच्चों पर गलत प्रभाव डाल सकती हैं।
माता-पिता की बच्चों को बिगाड़ने की आदत
मोबाइल फोन ना दे
बच्चों के जन्म के कुछ समय बाद ही माता-पिता उन्हें हाथ में मोबाइल देते हैं। माता-पिता की सोच होती है कि बच्चे मोबाइल लेने से शांत हो जाएंगे। लेकिन कहीं न कहीं, इस आदत को बच्चों पर बिगाड़ के रख रही होती है। हमेशा माता-पिता, बच्चा होने के बाद अपना फायदा देखने की प्रवृत्ति रखते हैं। वे चाहते हैं कि बच्चा उनकी किसी भी गतिविधि में शामिल न हो और उनको परेशान न करें, जिससे कि उन्हें कुछ समय बच्चों को देना पड़े। इसी कारण से अक्सर हमें देखने को मिलता है कि माता-पिता बच्चों को शांत करने के लिए मोबाइल पकड़ा देते हैं।
बच्चों की हर डिमांड पूरा करना
बहुत से माता-पिता अपनी एनर्जी और समय बचाने के लिए बच्चे की हर जिद को प्यार समझकर बिना कुछ कहे और समझे पूरा कर देते हैं। यह आदत भी माता-पिता की बहुत गलत होती है। ऐसे में बच्चे यह समझ नहीं पाते कि उनको अपनी भावनाओं को कैसे कंट्रोल करना चाहिए। जब माता-पिता हर मांग को पूरा करते हुए चले जाते हैं, तो बच्चे सही और गलत के बीच में फर्क समझने में असमर्थ हो जाते हैं। इसलिए माता-पिता को इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि अपने बच्चों की हर मांग को पूरा नहीं करना चाहिए।
बच्चों पर चिल्लाना
बच्चों की गलती पर हमेशा उनके ऊपर चिल्लाना या हाथ उठाना हर समस्या का समाधान नहीं होता है। ऐसे में भी माता-पिता को उन्हें अच्छे से समझना होगा और प्यार से समझाने की कोशिश करनी होगी। नहीं तो आपका बच्चा बहुत जिद्दी हो जाएगा। इसलिए छोटी-छोटी बातों पर उन पर चिल्लाने की जगह न बनाएं।
बच्चे को प्यार से समझाना
आप अपने बच्चों को समझाने की जगह उन पर चिल्ला रहे हैं या फिर उन्हें डांट रहे हैं, तो इससे आपका बच्चा बहुत ज्यादा गुस्सा प्रवृत्ति का बन जाएगा। बच्चे दिल के बहुत नाजुक होते हैं, इसी वजह से उन्हें हर बात को प्यार से समझाना जरूरी होता है और बच्चे आसानी से मान भी लेते हैं।
बच्चे के सामने झूठ बोलना
माता-पिता के लिए यह भी जरूरी है कि वे अपने बच्चे से भूलकर भी कोई झूठ ना बोलें। अगर आप ऐसा करते हैं, तो बच्चे को कहीं ना कहीं यह सिग्नल मिल जाता है, और यह बात आपकी भविष्य में कई तरह की परेशानियाँ खड़ी कर सकती हैं।
जब आप किसी परिस्थिति से बचने के लिए अपने बच्चे के सामने झूठ बोलते हैं, तो आपका बच्चा भी भविष्य में अपने लाभ के लिए इस्तेमाल करने के लिए उसे सीख सकता है। इसलिए, हर माता-पिता को कभी भी भूलकर अपने बच्चे के सामने झूठ नहीं बोलना चाहिए, क्योंकि यह आदत भी उनके बच्चों को बिगाड़ने में सहायता करेगी।