‘उस रात की टेंशन भूल नहीं सकता’, जावेद अख्तर ने बताया कैसे लिखा भगवान राम पर बना ‘स्वदेस’ का गाना

आशुतोष गोवारिकर की फिल्म ‘स्वदेस’ साल 2004 में आई थी। इसमें लिरिक्स जावेद अख्तर ने लिखे थे और संगीत एआर रहमान का था। फिल्म के गाने आज भी खूब सुने जाते हैं। जावेद अख्तर ने फिल्म के गाने ‘पल पल है भारी’ से जुड़ा हुआ एक मजेदार किस्सा सुनाया।

उस वक्त फिल्म की शूटिंग महाराष्ट्र के एक गांव में हो रही थी। आशुतोष ने उन्हें तुरंत सेट पर बुलाया और उन्हें जल्दी से जल्दी गाना लिखकर देने के लिए कहा।

तुरंत लिखने के लिए कहा गाना

जावेद अख्तर ने हार्पर ब्रॉडकास्ट के साथ इंटरव्यू में बताया कि आशुतोष ने उन्हें तत्काल बुलाया क्योंकि रहमान दो दिनों बाद विदेश जाने वाले थे। उनके पास गाना लिखने के लिए केवल एक दिन था। जावेद अख्तर कहते हैं, ‘सामान्य तौर पर मैं एक गाना लिखने में एक या दो घंटे का समय लेता हूं। पैकअप के बाद डायरेक्टर मेरे कमरे में आए और कहा कि कल रहमान आ रहे हैं, हमने एक सुइट को रिकॉर्डिंग स्टूडियो में बदल दिया है और वह परसों चले जाएंगे।’

गाने को लेकर बताई सिचुएशन

जावेद अख्तर ने आगे कहा, “ज्यादातर गाने धुन पर लिखे जाते हैं। उन्होंने मुझे कैसेट और कैसेट प्लेयर दे दिया। मैंने पूछा, ‘सिचुएशन क्या है?’ उन्होंने कहा कि सिचुएशन बहुत सिंपल है, गांव में रामलीला चल रही है और सीता जी अशोक वाटिका में हैं। रावण आता है और पूछता है, ‘तुमने राम में ऐसा क्या देखा जो तुम ऐसी हो? तुम उस पर इतना मोहित हो और उसकी पूजा करते हैं।’ वह उसका जवाब देती है और फिर वह काउंटर करता है।”

सुबह 5 बजे लिखने बैठे गाना

जावेद अख्तर ने बताया, ‘मैं डेढ़ से दो बजे रात को सोता हूं लेकिन उस दिन मैं डर के मारे 9 बजे सो गया। मैं सुबह करीब 5 बजे उठ गया। कुछ रोशनी थी। मैंने कैसेट और प्लेयर देखा और मैंने सोचा कि मैं कुछ लाइनें लिखूंगा और उन्हें बताऊंगा कि ऐसा नहीं हो रहा है। मैं लिखने बैठा और मुझे एहसास हुआ कि दो घंटे में मैंने गाना खत्म कर दिया। वह आए, मैंने सुनाया और उन्हें पसंद आया और फिर गाना रिकॉर्ड हो गया। अब मैं हैरान था कि ये मैंने कैसे कर लिया।’

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