सुबह बाथरूम में नहीं हो पा रहा ठीक से पेट साफ, तो एक गिलास पानी में डालकर पी लीजिए यह चीज, दूर होगी कब्ज
पेट से जुड़ी कई दिक्कतों में से एक है कब्ज. कब्ज होने के कई कारण हो सकते हैं. अगर आप पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीते हैं, आपके खानपान में पोषक तत्वों की कमी है, आपका स्लीपिंग शेड्यूल या लाइफस्टाइल ठीक नहीं है तो भी आपको कब्ज (Constipation) हो सकती है. कब्ज होने पर मल कड़ा हो जाता है और आसानी से मलत्याग नहीं किया जाता है. अगर आप भी कब्ज से परेशान हैं और रोजाना सुबह बाथरूम में घंटों तक बैठे रहने से थक गए हैं तो चिया सीड्स (Chia Seeds) को पानी में मिलाकर पी सकते हैं. यहां जानिए किस तरह चिया सीड्स कब्ज से छुटकारा दिलाते हैं और किस तरह चिया सीड्स का पानी बनाकर पिया जा सकता है.
कब्ज के लिए चिया सीड्स का पानी | Chia Seeds Water For Constipation
चिया सीड्स में इनसोल्यूबल फाइबर होता है जो पानी को नहीं सोखता है. आमतौर पर डिहाइड्रेशन के कारण ही कब्ज होती है. ऐसे में चिया सीड्स के सेवन से शरीर को मल में भार लाने के लिए फाइबर तो मिलता है लेकिन यह फाइबर शरीर से पानी नहीं सोखता. इन बीजों में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स की भी अच्छी मात्रा होती है. इसके अलावा, हाई क्वालिटी इनसोल्यूबल फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, एंटी-ऑक्सीडेंट्स, आयरन, फॉस्फोरस, जिंक और मैग्नीशियम भी इन बीजों में होता है. इसीलिए चिया सीड्स के पानी को इंटरनल शावर ड्रिंक भी कहते हैं.
कब्ज से छुटकारा पाने के लिए एक गिलास हल्के गर्म पानी में एक चम्मच चिया सीड्स डालकर रोजाना सुबह खाली पेट पी लें. इससे बाथरूम में जाने पर पेट खाली होने में मदद मिलेगी और बहुत ज्यादा जोर भी नहीं लगाना होगा. चिया सीड्स को खानपान में अलग-अलग तरह से भी शामिल किया जा सकता है. इन बीजों को ओटमील, दही, सूप और स्मूदी में डालकर भी खा सकते हैं.
ये घरेलू नुस्खे भी आते हैं काम
कब्ज से छुटकारा पाने के लिए और भी कुछ घरेलू नुस्खों को आजमाया जा सकता है. रात के समय एक गिलास हल्के गर्म दूध में एक चम्मच घी (Ghee) डालकर पीने पर कब्ज की दिक्कत से छुटकारा मिल सकता है.
सेब का जूस भी कब्ज से राहत दिलाने में मददगार हो सकता है. इस जूस से शरीर को डाइट्री फाइबर मिलते हैं जो कब्ज को दूर करते हैं.
सुबह के समय मलत्याग करने से पहले एक गिलास पानी में नींबू निचोड़कर पीने पर भी कब्ज की दिक्कत से राहत मिल सकती है. इससे शरीर के गंदे टॉक्सिंस निकल जाते हैं और पाचन बेहतर होने में फायदा नजर आता है.