कर्ज ले नहीं सकते…फिर धारावी का कैसे कायाकल्प करेंगे गौतम अडानी, आखिर कहां से आएगा पैसा?

कर्ज ले नहीं सकते…फिर धारावी का कैसे कायाकल्प करेंगे गौतम अडानी, आखिर कहां से आएगा पैसा?

मुंबई का धारावी स्लम एरिया, जो एशिया में सबसे बड़ा झुग्गी-झोपड़ी वाला इलाका है. करीब 16 साल पहले इसके रीडेवलपमेंट को लेकर प्लानिंग बनी थी, लेकिन कई कारणों से ये काम पूरा नहीं हो सका. अब देश के दूसरे सबसे अमीर इंसान गौतम अडानी ने धारावी के पुनर्विकास का बीड़ा उठाया है. हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद पहले संकट में पड़ा अडानी समूह इस भारी-भरकम प्रोजेक्ट के लिए पैसा कहां से लाएगा, जबकि इसके लिए वह कर्ज ले नहीं सकता है.

धारावी का रीडेवलपमेंट ‘संजीवनी पर्वत’ को उठाकर लाने जैसा काम है. इस पूरी परियोजना की प्लानिंग के लिए हाल ही में अडानी ग्रुप ने हफीज़ कॉन्ट्रैक्टर को शामिल किया है. इसके लिए एक स्पेशल कंपनी (SPV) बनाई गई है.

अडानी नहीं ले सकते कर्ज
इस प्रोजेक्ट के लिए अडानी ग्रुप ने नवंबर 2022 में महाराष्ट्र सरकार से ठेका हासिल किया था. इसके लिए 5,069 करोड़ रुपए का शुरुआती इक्विटी निवेश किया गया. इस प्रोजेक्ट के नियम-शर्त एकदम साफ हैं. रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के लिए अडानी ग्रुप कहीं से भी कर्ज नहीं ने सकता है. इसलिए उसे इंटरनल सोर्स से ही पैसा जुटाना होगा या नए तरीके चुनने होंगे.

वहीं अडानी ग्रुप से जुड़े सोर्स का कहना है कि फिलहाल ऐसी स्थिति नहीं आई है कि ग्रुप को मार्केट से पैसे उठाने पड़ें. अगर जरूरत पड़ी तो अडानी ग्रुप इंटरनल सोर्स और एसपीवी में हिस्सेदारी बेचकर अन्य कंपनियों को शामिल करेगा और उससे पैसा जुटाएगा.

अडानी के पास होंगे ये ऑप्शन
पैसे जुटाने के लिए अडानी ग्रुप के पास इस एरिया के डेवलपमेंट के बाद वहां कमर्शियल और रेजिडेंशियल हब बनाने की आजादी होगी. धारावी का इलाका करीब 600 एकड़ में फैला है. इसकी एक बाउंड्री दुनिया के सबसे प्रीमियम ऑफिस स्पेस में से एक बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) से जुड़ती है. एक अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन पास में बन रहा है. यानी ये मुंबई का सबसे प्राइम लैंड है.

ये रीडेवलपमेंट धारावी को मुंबई का दूसरा बीकेसी बना सकता है. एक बार यहां के लोगों का पुनर्वास पूरा हो जाएगा तो डेवलपर के पास 20 से 30 प्रतिशत लैंड फ्री बचेगा, जो करीब 30 लाख वर्ग फुट एरिया होगा. इतने प्राइम लोकेशन पर इतनी बड़ी जमीन खाली मिलने के बाद ये इलाका एक नया कमर्शियल और प्रीमियम रेजिडेंशियल हब बन सकता है. पुनर्वास पूरा होने के बाद अडानी ग्रुप इस जमीन को मार्केट रेट के हिसाब से डेवलप करने के लिए फ्री होगा.

नए धारावी में होंगी ये सुविधाएं
अडानी ग्रुप की कोशिश है कि धारावी का पुनर्विकास वहां फल-फूल रहे बिजनेस और एंटरप्रेन्योर्स को ध्यान में रखकर किया जाए. उसकी कोशिश वहां रह रहे लोगों को ना सिर्फ बेहतर जीवन देने की है, बल्कि वह उनकी आजीविका को भी बचाए रखना चाहता है.

लोगों की आजीविका की रक्षा और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए अडानी ग्रुप एक तरफ तो कौशल विकास केंद्र स्थापित करेगा. इसमें धारावी एरिया के सभी नागरिकों, खासकर महिलाओं और युवाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. वहीं जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए कई और सुविधाओं का विकास किया जाएगा. इसमें गैस पाइपलाइन, पानी, बिजली, साफ-सफाई, ड्रेनेज, स्वास्थ्य, मनोरंजन की सुविधाओं समेत खुला एरिया और एक वर्ल्ड क्लास स्कूल और हॉस्पिटल भी शामिल है.

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