India vs South Africa 2nd Test: केप टाउन बना ‘क्रैश टाउन’, पहले दिन गिरे रिकॉर्ड 23 विकेट
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच केप टाउन में चल रहे दूसरे टेस्ट में एक ही दिन में 23 विकेट गिरे. मोहम्मद सिराज को 6 विकेट चटकाने के लिए सिर्फ 9 ओवरों की जरूरत पड़ी. जबकि, भारत ने दक्षिण अफ्रीका को महज 23.2 ओवर में 55 रन पर आउट कर दिया. इसके बाद भारत की पारी शुरू हुई तो कप्तान रोहित शर्मा ने कुछ शानदार शॉट दिखाए. यशस्वी जायसवाल के लिए यह दिन खराब रहा. भारत एक समय 153/4 के स्कोर पर ठीक-ठाक स्थिति में दिख रहा था. लेकिन उसके बार विकेटों की बरसात हुई. इसी स्कोर पर भारत ने 6 विकेट गंवा दिए.
एक दिन में गिरे 23 विकेट
इसी दिन दूसरी पारी का खेल भी शुरू हो गया. दक्षिण अफ्रीका ने स्टंप तक दूसरी पारी में 62/3 रन बना लिए. फिर भी मेजबान टीम भारत से 36 रन पीछे है. 55 रन पर ऑलआउट दक्षिण अफ्रीका का घरेलू टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ 1899 में केप टाउन में 35 रन के बाद सबसे कम स्कोर है. यह मेजबान टीम का 1932 (एमसीजी में ऑस्ट्रेलिया बनाम 36 और 45) के बाद सबसे कम स्कोर है. साथ ही 2021 में वानखेड़े में न्यूजीलैंड के 62 रन के बाद टेस्ट पारी में भारत के खिलाफ किसी टीम का सबसे कम स्कोर है.
मोहम्मद सिराज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
भारत ने एक रिकॉर्ड दर्ज किया जो सबसे कम ओवरों में दक्षिण अफ्रीका के 10 विकेट गिराने का है. 2006 में जोबर्ग में भारत को इसी टीम को ऑलआउट करने में 25.1 ओवर लगे थे. जबकि कल भारत को 10 विकेट चटकाने में केवल 23.2 ओवर लगे. मोहम्मद सिराज द्वारा लिए गए 6/15 उनके करियर के सर्वश्रेष्ठ आंकड़े हैं और पुरुषों के टेस्ट के पहले दिन लंच से पहले दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है (स्टुअर्ट ब्रॉड ने 2015 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 8/15 का आंकड़ा पेश किया था).
वेंकटेश प्रसाद से आगे निकले सिराज
मोहम्मद सिराज 9 ओवर पुरुषों के टेस्ट में 6 या अधिक विकेट लेने के लिए सबसे कम ओवर हैं. वेंकटेश प्रसाद ने 1999 में चेन्नई में पाकिस्तान के खिलाफ 10.2 ओवर में 6/33 का आंकड़ा पेश किया था. एक टेस्ट में एक दिन में 23 विकेट, दक्षिण अफ्रीका बनाम ऑस्ट्रेलिया के बाद, 2011 में न्यूलैंड्स में संयुक्त रूप से सबसे अधिक है. 1888 में लॉर्ड्स में अब तक का सबसे अधिक 27 विकेट (इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया) का रिकॉर्ड है.
रिकॉर्ड की लगी झड़ी
मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ 2014 में 152 रन पर ऑलआउट होने के बाद पहली बार 6 भारतीय 0 पर आउट हुए. साथ ही पहली बार किसी टीम ने टेस्ट पारी में एक ही स्कोर पर लगातार 6 विकेट गंवाए. डीन एल्गर 1890 में ऑस्ट्रेलिया के जैक बैरेट के बाद दूसरे ऐसे खिलाड़ी हैं जो अपने आखिरी टेस्ट के एक ही दिन में दो बार आउट हुए. इस प्रकार इस मुकाबले में रिकॉर्ड की झड़ी लग गई.