Car Tips : सेकेंड हैंड कार खरीदने से पहले जान लें ये 5 जरूरी बातें, बाद में नहीं होगा पछतावा
Second hand cars : देश में सेकेंड हैंड कारों का बाजार भी काफी बड़ा है और ढेरों विकल्प मौजूद हैं। लेकिन नई कार खरीदना जितना आसान है, पुरानी कार खरीदना उतना ही सिरदर्द भी है। कई बार देखा जाता है कि लोग धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं और उन्हें लाखों का नुकसान हो जाता है।
लेकिन अगर थोड़ी सावधानी से पुरानी कार (second hand cars) खरीदते समय डील की जाए तो न सिर्फ आपको कम पैसे में अच्छी कार मिलेगी बल्कि आप ठगी का भी शिकार होने से बच सकते हैं। यहां हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं जिनको फॉलो करके आप पुरानी कार में बेहतर डील प्राप्त कर सकते हैं।
कार के सभी पेपर्स ध्यान से देखें:
जानकारी के लिए आपको बता दें कि आप जिस कार को खरीदने जा रहे हैं, सबसे पहले उसे सभी पेपर्स ठीक प्रकार से देख लें। गाड़ी की RC, रजिस्ट्रेशन और इंश्योरेंस पेपर्स (RC, registration and insurance papers of the vehicle) को ठीक से चेक करें। इसके अलावा पिछले 2-3 साल में नो क्लेम बोनस ट्रैक करें। ध्यान रहे सभी पेपर्स ओरिजिनल ही देखें, फोटो कॉपी, या मोबाइल में पेपर्स न देखें, यह धोखा हो सकता है।
गाड़ी स्टार्ट करें:
कार स्टार्ट करें, फिर अपना हाथ बोनट पर रखें और तापमान जांचें। अगर कार का तापमान सामान्य है तो कोई दिक्कत नहीं है, अगर बहुत ज्यादा है तो ऐसी कार न चलाएं और डील के साथ आगे न बढ़ें। यह भी जांच लें कि कंपन से कोई समस्या तो नहीं है… अगर ऐसा कुछ दिखे तो उससे निपटें नहीं और अगर सब कुछ सामान्य है तो आगे बढ़ें।
गाड़ी चलाकर देखें:
गाड़ी की टेस्ट ड्राइव जरूर लें, और आराम से ध्यान से चलायें। ड्राइव के दौरान यह चेक करें कि इंजन से कोई आवाज़ तो नहीं आ रही, सस्पेंशन, क्लच, ब्रेक और गियर शिफ्टिंग को चेक करें।
स्टीयरिंग व्हील चेक करें:
जब आप पुरानी कार खरीद रहे हैं तो कार के स्टीयरिंग व्हील (Steering Wheel) को भी ध्यान से चेक करें, अगर इसमें वाइब्रेशन की शिकायत या एक तरफ ज्यादा भागनने लगे तो समझ जाना कि गाड़ी ठीक नहीं है। ऐसी डील न करें।
धुंए को चेक करें:
वाहन के साइलेंसर से निकलने वाले धुएं के रंग पर ध्यान दें। अगर धुएं का रंग नीला या काला है तो यह इंगित करता है कि इंजन में खराबी है। इसके अलावा इंजन में ऑयल लीकेज की भी समस्या (Oil leakage problem in engine) हो सकती है.