Car Tyre: टायर हाईवे पर चलने लायक है या नहीं? ऐसे चलता है पता
गाड़ी नई हो या पुरानी उससे फर्क नहीं पड़ता जनाब, फर्क तो इस बात से पड़ता है कि आपकी कार का टायर कितना पुराना है? जिस तरह से कपड़े या फोन पुराना हो जाता है तो आप बदल लेते हैं, ठीक उसी तरह से टायर की भी लाइफ होती है, उसे भी बदलने की जरूरत पड़ती है. हाईवे पर ड्राइव करते हैं तो पहले आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि हाईवे पर तेज रफ्तार से दौड़ती कार का प्रेशर टायर उठा भी सकता है या नहीं.
टायर जब बहुत ही ज्यादा पुराना हो जाता है तो टायर में प्रेशर झेलने की भी उतनी क्षमता नहीं रहती, जितनी एक नई टायर की होती है. अब सवाल तो यह उठता है कि आखिर किस तरह से पता लगाएं कि टायर हाईवे पर चलने लायक है या फिर नहीं, इस बात का पता तभी लगेगा जब आप कुछ चीजों पर ध्यान देंगे.
पहली जरूरी बात, आपको ये नोटिस करना होगा कि टायर घिस तो नहीं गया है. अगर गाड़ी का टायर घिस गया है तो तुरंत बदलें, ऐसे टायर के साथ हाईवे पर ड्राइव करना बिल्कुल भी सेफ नहीं है.
दूसरी जरूरी बात, हाईवे पर ड्राइव करने से पहले ये जान लेना चाहिए कि आपकी गाड़ी में लगा टायर कितनी स्पीड पर दौड़ सकता है? टायर पर एक खास नंबर लिखा होता है जो इस बात का राज खोल देता है, अगर टायर के आखिर में P लिखा है तो इसका मतलब है कि गाड़ी को अगर कोई व्यक्ति 150km प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाता है तो टायर फट सकता है.
अगर आखिर में R लिखा है तो 170km/h की स्पीड से कार दौड़ाने पर टायर फट सकता है. अल्फाबेट बढ़ने के साथ ही स्पीड 10km/h बढ़ जाती है. Z लिखा है तो इसका मतलब कार की स्पीड कुछ भी हो जाए गाड़ी को 240 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज नहीं दौड़ाना है. टायर पर आप लोगों को K से Z तक आपको कोई भी अल्फाबेट लिखा दिख सकता है. K का मतलब है कार को 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज चलाने पर टायर फट सकता है.
तीसरी जरूरी बात, हाईवे पर अगर आप अक्सर ड्राइव करते हैं तो आप जानते ही होंगे कि हाईवे पर कार की स्पीड कितनी ज्यादा होती है. ज्यादा स्पीड के चलते टायर में हीट भी ज्यादा जेनरेट होती है, ऐसे में टायर सही से चलता रहे, इसके लिए सबसे जरूरी है कि नॉर्मल की जगह आप नाइट्रोजन हवा ही टायर में डलवाएं, इससे टायर की लाइफ बढ़ेगी, साथ ही हाईवे पर बिना परेशानी आपकी ड्राइविंग स्मूद होगी.
Highway Driving के लिए कौन सा टायर है बेस्ट?
टायर दो तरह के होते हैं, रेडियल टायर और बायस-प्लाई टायर. कौन सा टायर हाईवे पर ड्राइव के लिए बेस्ट है, आइए जानते हैं. रेडियल टायर का फायदा यह है कि ये हाईवे स्पीड और लोड को झेलने में सक्षम होता है. माइलेज की बचत करने और लंबी लाइफ के साथ आने वाले इस टायर की खूबी यह है कि इस टायर में आसानी से पंचर नहीं होता और ये टायर हाई स्पीड ड्राइविंग को बेहतर ढंग से हैंडल कर लेता है.
रेडियल टायर की ग्रिप रोड पर बेहतर होती है जिससे गाड़ी की हैंडलिंग और स्टैबलिटी बढ़िया मिलती है. इन टायर्स की कीमत Bias Ply Tyres की तुलना थोड़ी ज्यादा होती है.
बायस-प्लाई टायर का इस्तेमाल पुराने वाहनों में किया जाता था, ये टायर कम गति पर राइड करने और ऑफ-रोड ड्राइविंग के लिए बढ़िया हैं. बेशक इन टायर्स की कीमत कम होती है लेकिन हाईवे पर इन टायर्स का इस्तेमाल सही नहीं है.
Tyre Damage: खराब टायर के साथ ड्राइविंग रिस्की
टायर खराब होने लगता है तो कुछ संकेत आपको टायर पर ही नजर आने लगते हैं, जैसे कि टायर घिसने लगता है और इसमें दरारें आने लगती हैं. सिर्फ इतना ही नहीं, अगर टायर कहीं से भी टूट-फूट रहा है तो इस बात को अनदेखा न करें और तुरंत टायर को बदलवाएं.
Wheel Alignment-Balancing है जरूरी
हाईवे पर ड्राइव करने से पहले इस बात की भी जांच जरूर करें कि कुछ पल के लिए स्टीयरिंग छोड़ने पर कार राइट या फिर लेफ्ट साइड तो खुद-ब-खुद नहीं जा रही है. अगर ऐसा है और आप अगर इस दिक्कत को ठीक नहीं करवाते तो गाड़ी के टायर की लाइफ कम होने लगती है और एक समय बाद टायर हाईवे पर ड्राइव करते वक्त फट भी सकता है.