ओला कैब्स के CEO ने छोड़ा पद, 4 महीने पहले ही किया था ज्वाइन, छंटनी की भी आशंका
ऑनलाइन कैब सर्विस प्रोवाइड करने वाली कंपनी ओला कैब्स (Ola Cabs) के सीईओ हेमंत बख्शी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हेमंत बख्शी ने जनवरी महीने में ही कंपनी को ज्वाइन किया था। कहने का मतलब ये है कि उन्होंने चार महीने के भीतर नौकरी छोड़ दी है।
हेमंत बख्शी के इस्तीफे के बाद उनकी जगह कौन लेगा, अब तक यह साफ नहीं हो सका है।
बड़े पैमाने पर छंटनी की आशंका
ये इस्तीफा ऐसे समय में हुआ है जब कंपनी री-स्ट्रक्चरिंग प्रोसेस शुरू करने की योजना बना रही है। इससे कम से कम 10 प्रतिशत कर्मचारी प्रभावित होंगे। मनीकंट्रोल ने सूत्रों के हवाले से बताया कि री-स्ट्रक्चरिंग प्रोसेस के साथ संगठन के भीतर कुछ लोगों की भूमिकाएं उपयोगी नहीं रह जाएंगी। इस तरह 10% वर्कफोर्स प्रभावित कर हो सकता है।
ओला कैब्स के आईपीओ की तैयारी
बता दें कि ओला कैब्स आईपीओ लॉन्च करने की भी योजना बना रही है। इसके लिए निवेश बैंकों के साथ चर्चा शुरू हो चुकी है। मनीकंट्रोल के मुताबिक कंपनी आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के लॉन्च का मूल्यांकन कर रही है। कंपनी ने पिछले एक महीने में कई नई नियुक्तियां भी की हैं, जिनमें कार्तिक गुप्ता को सीएफओ और सिद्धार्थ शकधर को सीबीओ नियुक्त करना शामिल है।
बता दें कि फर्म की सहयोगी कंपनी, ओला इलेक्ट्रिक ने आईपीओ के माध्यम से लगभग 7,250 करोड़ रुपये जुटाने के लिए दिसंबर में बाजार नियामक के साथ अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया है। यह किसी भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन फर्म द्वारा सार्वजनिक लिस्टिंग का पहला प्रयास है।
एएनआई टेक्नोलॉजीज की कंपनी
बता दें कि ओला फ्लीट, ओला फाइनेंशियल सर्विसेज और ओला स्टोर्स की पैरेंट कंपनी एएनआई टेक्नोलॉजीज है। एएनआई टेक्नोलॉजीज ने 2,799 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया, जो ओला फ्लीट और ओला फाइनेंशियल सर्विस से राजस्व में कमी के बावजूद सालाना आधार पर लगभग 42 प्रतिशत अधिक है।