सिर पर कफन बांध अयोध्या पहुंची थी चुनिया, अब राम दर्शन की अभिलाषा
बिजनौर,14 जनवरी (हि.स.)। अयोध्या में प्रभु श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर कारसेवकों समेत सभी सनातनियों में भारी उत्साह व खुशी है। राम मंदिर निर्माण में कारसेवकों की टोली में महिलाओं ने भी बढ़ चढ़कर भागीदारी की थी, जिसमें नहटौर की 92 वर्षीय चुनिया सैनी भी कारसेवकों की टोली में शामिल होकर अयोध्या पहुंची थीं।
उसे समय का अयोध्या का वृतांत सुनाते हुए चुनिया सैनी की आंखें नम हो जाती है। लेकिन राम मंदिर निर्माण होने पर वह प्रसन्न है तथा एक बार फिर अयोध्या जाने की उनकी इच्छा है।
नगर के मोहल्ला बागवान निवासी चुनिया सैनी ने बताया कि राम मंदिर निर्माण के लिए 1990 में हुई कारसेवा में जिले से काफी लोगों ने भाग लिया था। इसके कई टीमें बनी थी। जिसका नेतृत्व स्व.विश्वमित्रा व उनकी पत्नी स्व. शकुंतला देवी अपने आठ वर्षीय बच्चें के साथ कर रही थीं,उस टीम का हिस्सा मैं भी थी।
चुनिया सैनी बताती हैं कि वह धामपुर से ट्रेन द्वारा अयोध्या के लिए निकलीं थी। अयोध्या जाने के दौरान कारसेवक की टोली लखनऊ उत्तरी तो वहां उनके सिर पर पट्टी बांधी गई,जिसे कफन बताया गया। उस कफन को बांधकर हमारी टीम अयोध्या पहुंची तो वहां पर कई स्थानों पर पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। इसके बावजूद वह जुलूस में शामिल होने में सफल रहीं।