Coldplay Spending Explained: केवल म्यूजिक से कमाई ही नहीं समाज की भलाई पर भी खर्च करता है Cold Play Band, दूर-दूर तक फैला है चैरिटेबल वर्क

Coldplay Spending Explained: मुंबई में अगले साल जनवरी में ब्रिटिश पॉप-रॉक बैंड कोल्डप्ले परफॉर्म करने वाला है. बैंड के कॉन्सर्ट की टिकट की काफी डिमांड है. लोगों में कॉन्सर्ट की ऐसी दीवानगी है कि टिकट बुक माय शो पर लाइव होते ही साइट क्रैश हो गई वहीं दूसरी साइट्स पर इसकी टिकट्स लाखों में बिकी हैं. कॉन्सर्ट से म्यूजिक रॉक बैंड की काफी कमाई होती है. ये दुनिया के सबसे अमीर बैंड्स में से एक है.
इंडिया में दूसरी बार होने जा रहे कोल्डप्ले कॉन्सर्ट की टिकट की कीमतें भी हर किसी को चौंका रही हैं. दरअसल टिकट प्राइज 2500 रुपए से 35 हजार रुपए तक हैं, लेकिन कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक री-सेलिंग में यही टिकट्स 10 लाख रुपए तक बेची जा रही हैं. टिकट की बुकिंग के वक्त वेटिंग 99 लाख तक जा चुकी थी. लेकिन क्या आप जानते हैं कोल्डप्ले अपनी कमाई कहां खर्च करता है? अगर नहीं तो आइए बताते हैं…
इस नेक काम के लिए जाना जाता है
कोल्डप्ले बैंड को म्यूजिक रॉक बैंड के लिए ही नहीं बल्कि अपनी चैरिटी के लिए भी जाना जाता है. ये बैंड हर साल अपनी कमाई का 10% पैसा समाज की भलाई के लिए खर्च करता है.

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2000 में अपनी पहली एलबम Parachutes के रिलीज के बाद से ही बैंड ने अपने मुनाफे का 10% चैरिटी में देने का वादा कर लिया था. बस तभी से बैंड ये पड़ा चैरिटी में देता है. यह पहल, शुरुआत में केवल एक छोटी सी कोशिश थी, अब बैंड का ही बड़ा हिस्सा बन गई है.

ह्यूमैनिटेरियन रिलीफ से लेकर पर्यावरण के लिए लड़ाई तक, Coldplay का चैरिटेबल काम दूर-दूर तक फैला है, जो दुनिया भर के लाखों लोगों की मदद कर रहा है. बैंड वॉर चाइल्ड, ग्लोबल सिटिजन और क्लाइंटअर्थ जैसी अलग-अलग चैरिटीज को सपोर्ट करता है.
वॉर चाइल्ड पर करते हैं खर्च
Coldplay के चैरिटेबल काम का सबसे अहम वॉर एरिया में मदद करना है. वॉर चाइल्ड, एक चैरिटी है जो युद्ध से प्रभावित बच्चों की मदद करती है. वॉर चाइल्ड सीरिया, अफगानिस्तान और इराक जैसे देशों में बच्चों की मदद करता है. कोल्डप्ले इन्हीं बच्चों पर अपनी कमाई का कुछ हिस्सा खर्च करता है.
गरीबी खत्म करना है मकसद
2015 में, क्रिस मार्टिन ने ग्लोबल सिटिजन फेस्टिवल के क्यूरेटर के रूप में एक प्रमुख भूमिका निभाई थी. ये एक म्यूजिकल इवेंट है, जिसका मकसद दुनिया में गरीबी को खत्म करना है. ग्लोबल सिटिजन एक इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन है जो लोगों को भूख, लैंगिक समानता और जलवायु परिवर्तन को लेकर जागरूक करती है.
पर्यावरण पर भी करता है खर्च
Coldplay के चैरिटेबल कामों में पर्यावरण भी शामिल है. हाल के कुछ सालों में बैंड ने जलवायु परिवर्तन और पृथ्वी के प्राकृतिक संसाधनों को बचाने पर काफी जोर दिया है. जिन संगठनों का वे समर्थन करते हैं उनमें से एक क्लाइंटअर्थ है. ये एक एनवायरनमेंट लॉ चैरिटी है जो कानूनी कार्रवाई के माध्यम से पर्यावरण को बचाने का काम करती है.
बैंड ने खुद अपने कॉन्सर्ट में कई बार पर्यावरण को बचाने के लिए अलग-अलग कदम उठाए हैं. Music of the Spheres वर्ल्ड टूर के लिए, Coldplay ने शो को ज्यादा टिकाऊ बनाने के लिए अलग-अलग ऑर्गनाइजेशन के साथ साझेदारी की थी. इसमें शो को बिजली देने के लिए रिन्यूएबल एनर्जी का उपयोग, प्लास्टिक कचरे को कम करना, और बेचे गए हर टिकट के लिए एक पेड़ लगाना शामिल था.

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HIV/एड्स के लिय किया काम
War Child, Global Citizen, और ClientEarth के अलावा रॉक बैंड हेल्थ को लेकर भी काम कर रहा है. बैंड एचआईवी/एड्स के खिलाफ लड़ाई में शामिल रहा है, Keep A Child Alive और St. Jude Childrens Research Hospital जैसे संगठनों के साथ कोल्डप्ले लगातार काम कर रहा है. ये संगठन उन बच्चों को मेडिकल केयर देते हैं जिन्हें जानलेवा बीमारी हैं.
इसके अलावा बैंड शरणार्थियों की भी मदद करता है. 2000 के दशक की शुरुआत में क्रिस मार्टिन ने हैती और घाना का ट्रेवल किया था. 2010 में जब हैती में जब भूकंप आया था, तब Coldplay ने मदद के लिए पैसे जुटाने का काम किया था. इसके लिए उन्होंने टेलीथॉन में कॉन्सर्ट किया था.

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