महाराष्ट्र में कांग्रेस को फिर झटका, पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी NCP में हुए शामिल
लोकसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में कांग्रेस को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं. मिलिंद देवड़ा के बाद वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी ने कांग्रेस से नाता तोड़ लिया था. कांग्रेस से नाता तोड़ने के बाद अब बाबा सिद्दीकी एनसीपी में हो गये. प्रफुल्ल पटेल, अजीत पवार और सुनील तटकरे की मौजूदगी में वह एनसीपी में शामिल हुए. बाबा सिद्दीकी 48 साल से कांग्रेस पार्टी में काम कर रहे थे. पिछले कुछ दिनों से चर्चा थी कि बाबा सिद्दीकी पार्टी में नाखुश हैं.
सिद्दीकी ने कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद बाबा सिद्दीकी के महागठबंधन में शामिल होने की बात कही जा रही थी. सूत्रों के मुताबिक वह शनिवार को एनसीपी के अजित पवार गुट में शामिल हुए.
कांग्रेस से बाबा सिद्दीकी ने दिया था इस्तीफा
लगभग 50 वर्षों तक पार्टी का सदस्य रहने के बाद गुरुवार को कांग्रेस से इस्तीफे की घोषणा के बाद महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी शनिवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अजीत पवार के गुट में शामिल हो गए. मुंबई कांग्रेस इकाई का सिद्दीकी एक उल्लेखनीय चेहरा थे. जब कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन सत्ता में था, तब मंत्री के रूप में कार्य किया था.
सिद्दीकी के बेटे वर्तमान में मुंबई के बांद्रा (पूर्व) से कांग्रेस विधायक हैं. बाबा सिद्दीकी साल 1999, साल 2004 और साल 2009 में लगातार तीन बार विधायक रहे हैं. उन्होंने खाद्य और नागरिक आपूर्ति, श्रम और एफडीए राज्य मंत्री (2004-08) के रूप में भी काम किया और पहले दो बार नगर निगम पार्षद के रूप में भी काम किया था.
इसके अलावा, उन्होंने मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटी और महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष और वरिष्ठ उपाध्यक्ष के रूप में भी काम किया है.
एक महीने में कांग्रेस को दो झटके
14 जनवरी को मिलिंद देवड़ा ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. मिलिंद देवड़ा ने ट्विटर पर ऐलान किया था कि वह कांग्रेस से इस्तीफा दे रहे हैं. फिर उसी दिन दोपहर को देवड़ा शिव सेना शिंदे गुट में शामिल हो गए थे. इसके बाद बाबा सिद्दीकी की नाराजगी काफी चर्चा थी.
बाबा सिद्दीकी ने भी कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद एनसीपी में शामिल हो गये. लोकसभा चुनाव सिर पर है. लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कुछ दिनों में होने की संभावना है. इस बीच मुंबई में दो बड़े नेताओं ने कांग्रेस से नाता तोड़ लिया है