श्री राम को अपना नबी मानते हैं ये मुस्लिम, लखनऊ से पैदल ही चल पड़े अयोध्या, प्रभु राम को बताया अपना पूर्वज
मुस्लिम राम भक्तों का एक जत्था 30 जनवरी को राम नगरी पहुंचकर रामलला का दर्शन करेंगे और उनका आशीर्वाद लेंगे. करीब पांच दर्जन राम भक्तों का यह समूह पैदल यात्रा करते हुए अयोध्या पहुंच रहे हैं. इन सभी राम भक्तों के पैरों में छाले पड़ गए हैं, फिर ये ‘जय श्री राम, जय श्री राम’ के नारे लगाते आगे बढ़ रहे हैं. दिलचस्प बात यह है कि ये सब मुस्लिम राम भक्त है और खुद को सनातनी मुसलमान बताते हैं.
लखनऊ से अयोध्या के लिए पैदल निकले ये मुस्लिम राम भक्त गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल पेश कर रहे हैं. मुस्लिम राम भक्त एक दिन में 25 किलोमीटर की यात्रा करते हैं. ये मुस्लिम राम भक्त यात्रा के दौरान सीता रसोई चला रहे हैं और अपने साथ-साथ गरीबों को भोजन भी कराते हैं. मुस्लिम समाज के लोग भगवान श्री राम को अपना पूर्वज मानते हैं. उन्होंने ने भगवान राम को अपना नबी बताया है.
भगवान राम लला के मंदिर निर्माण को देखने के लिए पदयात्रा करते हुए अयोध्या जा रहे मुस्लिम समाज में युवा भी हैं, बच्चे भी हैं और बुजुर्ग भी हैं. ये भगवान राम लला को अपना आदर्श मानते हुए रामलला को अपना पूर्वज भी मानते हैं. मुस्लिम समाज के लोगों ने कहा, “राम लला हमारे नबी हैं और हम अपने नबी का दर्शन कर उनसे देश में अमन और चैन की दुआ मांगेंगे. हम भगवान श्री राम को अपना नबी मानते हैं और हम अपने नबी की इजारत करने जा रहे हैं.”
उन्होंने कहा, “हम भगवान से यह प्रार्थना करेंगे कि मुस्लिम समाज के लोग विदेशी भाषा, विदेशी संस्कृति और विदेशी सभ्यता से मुक्त हो. हम 25 जनवरी को लखनऊ से निकले हैं और 30 जनवरी को हम रामलला का आशीर्वाद रामलला के भव्य मंदिर में लेंगे.”