मक्के की रोटी और साग है हेल्दी पर इन लोगों को नहीं खानी चाहिए यह विंटर डिश, जानें क्या हैं मकई के नुकसान
कुछ स्थितियों में मक्के या मकई के आटे से बनी रोटियां खाने से नुकसान हो सकता है। इस लेख में पढ़ें किन लोगों को नहीं खानी चाहिए मक्के के आटे से बनी रोटियां और क्यों?
Makka roti side effects: सर्दियों की बात हो और उत्तर भारत में लोगों के घर मकई की रोटी और सरसों का साग ना बने तो सर्दियों का मौसम अधूरा-सा लगता है।
हरी-ताजी सरसों की पत्तियों ,बथुआ, पालक का साग और उसके साथ गर्मागर्म मकई की रोटियां सर्दियों में सुस्ती दूर कर शरीर को ताकत देती हैं और साथ-साथ लोगों को बिगड़ा हुआ मूड भी बेहतर बनाती हैं। आज मक्के की रोटी सर्दियों की सबसे फेवरेट और मशहूर डिश बन गयी है और देश-विदेश के रेस्टोरेंट्स अपने ग्राहकों के स्वाद का ख्याल रखते हुए मकई की रोटी के साथ सरसों का साग परोसा रहे हैं। सरसों का साग और मक्के की रोटी खाने के कई स्वास्थ्य लाभ हैं।
वहीं, इसका सेवन करते समय कुछ बातों का ध्यान भी रखना पड़ता है क्योंकि कुछ स्थितियों में मक्के या मकई के आटे से बनी रोटियां खाने से नुकसान हो सकता है। इस लेख में पढ़ें किन लोगों को नहीं खानी चाहिए मक्के के आटे से बनी रोटियां और क्यों?
सरसों का साग और मक्के की रोटियां क्यों हैं विंटर सुपरफूड?
- यह डाइटरी फाइबर से भरपूर आटा है जो मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है और बाउल को ठीक तरीके से काम करने में मदद करता है।
- मक्के में आयरन पाया जाता है और यह कमजोरी दूर करता है।
- इसमें विटामिन बी पाया जाता है जो ब्लड प्रेशर लेवल को नियंत्रित करने का काम करता है।