कोरोना के डर और मुनाफावसूली ने बाजार में मचाया कोहराम, 6 घंटे में डूबे 9.32 लाख करोड़
आज देश में कोरोना के नए वेरिएंट के कई केस देश के अलग-अलग हिस्सों में दर्ज किए गए. कोरोना के इस डर और मुनाफावसूली का असर भारतीय बाजार पर भी देखा गया. बुधवार के कारोबारी सत्र में जब बाजार खुला तो इसमें जोरदार तेजी दर्ज की गई. लेकिन दोपहर का कारोबार आते आते बाजार में जोरदार गिरावट आनी शुरु हो गई.मंगलवार के मुकाबले सेंसेक्स में एक हजार से ज्यादा अंकों की गिरावट देखने को मिली.
वहीं निफ्टी भी 300 से ज्यअंकों तक डूब गया. इस गिरावट की वजह से शेयर बाजार निवेशकों के 9 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा डूब गए. आज सुबह जब बाजार खुला था तो 400 से ज्यादा अंकों की तेजी देखने को मिली और सेंसेक्स नए रिकॉर्ड हाई 71,913.07 पर पहुंच गया था. ऐसा लग रहा था कि सेंसेक्स आज की 72 हजार अंकों का लेवल पार कर लेगा, लेकिन कोविड के नए वैरिएंट की खबरों ने बाजार बंद होने तक बाजार को बड़ी गिरावट की ओर धकेल दिया.
क्रैश हुआ शेयर बाजार
बांबे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 930.88 अंकों की गिरावट के साथ 70,506.31 अंकों पर बंद हुआ. जबकि आज के रिकॉर्ड हाई से सेंसेक्स में 1,406.7 अंकों की गिरावट देखने को मिली. जबकि आज सुबह सेंसेक्स में तेजी देखने को मिली थी और सेंसेक्स 71,647.66 अंकों पर ओपन हुआ था और देखते ही देखते 71,913.07 अंकों के साथ नए लाइफ टाइम हाई पर पहुंच गया. उसके बाद देश के अलग—अलग हिस्सों से कोविड के नए वैरिएंट की खबरें आनी शुरू हुई और बाजार निवेशकों ने मुनाफावसूली शुरू कर दी. जिसकी वजह से शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
मार्केट एक्सपर्ट पुनीत किनरा के मुताबिक बाजार में ओवरवैल्युएशन के कारण मुनाफावसूली हावी रही. जिसके चलते बाजार में अचानक तेज गिरावट दर्ज की गई. दरअसल बीते कुछ कारोबारी सत्रों में बाजार ने अक्रामक तेजी दिखाई थी. जिसके चलते मुनाफावसूली होना लाजिमी था. वहीं जिस तरह कोविड के नए वेरिएंट के मामले सामने आ रहे हैं. इसका असर भी आने वाले समय में दिखना संभव है. हालांकि अभी बाजार पर कोरोना का पिछली बार की तरह असर नहीं दिखेगा. इसकी बड़ी वजह यह है कि देश और दुनिया में लोगों का इम्युन सिस्टम मजबूत हो चुका है.
निफ्टी भी हुआ धड़ाम
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 50 में भी 300 सें ज्यादा अंकों की गिरावट देखने को मिली. जबकि आज निफ्टी 21,593 अंकों के साथ रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया था. लेकिन अपने रिकॉर्ड हाई से निफ्टी 442.85 अंकों तक नीचे आ गया. वैसे आज सुबह निफ्टी 21,543.50 अंकों पर ओपन हुआ था. जबकि कारोबारी सत्र के दौरान निफ्टी 21,087.35 अंकों के साथ नीचे की ओर चला गया. जानकारों की मानें तो निफ्टी में और गिरावट देखने को मिल सकती है. 26 अक्टूबर के बाद शेयर बाजार में सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली है.
किन शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट
निफ्टी में गिरावट वाले शेयरों की बात करें तो अडानी पोर्ट और अडानी इंटरप्राइजेज के शेयरों में सबसे ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है. अडानी पोर्ट एंड एसईजेड का शेयर 6.24 फीसदी टूटा और अडानी इंटरप्राइजेज का शेयर 5.65 फीसदी तक गिर गया. टाटा स्टील के शेयर में 4.84 फीसदी की गिरावट देखने को मिली. यूपीएल का शेयर 4.78 फीसदी तक टूट गया. कोल इंडिया के शेयर में भी 4 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है.
9 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान
आज निवेशकों को बाजार बंद होने तक 9 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो गया. आंकड़ों के अनुसार एक दिन पहले बीएसई का मार्केट कैप 3,59,11,728.30 करोड़ रुपए था. जबकि आज जब बाजार बंद हुआ तो बीएसई का मार्केट कैप 3,49,79,477.94 करोड़ रुपए पर आ गया. इसका मतलब है कि कल के मुकाबले बीएसई का मार्केट कैप से 9,32,250.36 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया. यही निवेशकों का नुकसान भी है.