इस पेड़ की छाल से बना काढ़ा पीने से दिल, दिमाग रहेगा दुरुस्त, स्किन और बाल की बनी रहेगी चमक बुढ़ापे तक
हम में से कई लोगों के लिए, अर्जुन नाम महाभारत में योद्धा राजकुमार से संबंधित है, लेकिन आयुर्वेद के नजरिए से यह एक रामबाण हर्बल है जिससे कई गंभीर बीमारियों का उपचार किया जाता है. वहीं, धार्मिक आधार पर भी इस पेड़ का बहुत महत्व है.इसके पत्ते और फूल भगवान विष्णु और गणेश की पूजा करते समय चढ़ाए जाते हैं. अर्जुन की छाल में कार्डेनोलाइड, टैनिन, फ्लेवोनोइड, ट्राइटरपेनॉइड सैपोनिन, एलाजिक एसिड और गैलिक एसिड जैसे कई बायोएक्टिव यौगिक होते हैं, जो सेहत को कई तरीके से फायदा पहुंचाते हैं. आज हम इस लेख में अर्जुन की छाल का काढ़ा पीने से आपको कितने फायदे मिल सकते हैं, उसके बारे में बताएंगे.
अर्जुन छाल काढ़ा पीने के लाभ
1- अर्जुन की छाल एक कार्डियोप्रोटेक्टिव जड़ी बूटी है.यह हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करने, कोरोनरी धमनी रक्त प्रवाह को सुधारने का काम करती है. दूध के साथ अर्जुन पावडर मिलाकर पीने से दिल की सेहत अच्छी बनी रहती है.
2- अर्जुन की छाल ब्लड प्रेशर की बीमारी में भी बहुत लाभ पहुंचा सकती है. वहीं, यह काढ़ा अर्जुन के पेड़ में मौजूद पौधों के यौगिक टैनिन, सैपोनिन और फ्लेवोनोइड ग्लूकोज चयापचय में मदद करते हैं और ब्लड में ग्लूकोज की अचानक वृद्धि को नियंत्रित करते हैं.
3- यह कोलेजन उत्पादन को तेज करके घावों को भरता है. परंपरागत रूप से छाल को पीसकर पेस्ट बनाया जाता है और घाव पर लिए लगाया जाता है. इससे बहुत आराम मिलता है. यह आपकी स्किन और बाल को भी हेल्दी बनाए रखता है. इससे बढ़ती उम्र का असर चेहरे पर कम नजर आताहै.