रक्षा मंत्रालय ने किए 39,125.39 करोड़ के पांच प्रमुख पूंजी अधिग्रहण अनुबंधों पर हस्ताक्षर, रक्षा क्षेत्र में बढ़ेगी आत्मनिर्भरता
रक्षा मंत्रालय ने आज (1 मार्च, 2024) नई दिल्ली में 39,125.39 करोड़ रुपये के पांच प्रमुख पूंजी अधिग्रहण अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए। इससे देश की ‘रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता’ में वृद्धि होगी और मेक-इन-इंडिया पहल को भी बढ़ावा मिलेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने की उपस्थिति में अनुबंधों का आदान-प्रदान किया गया।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार पांच अनुबंधों में से, एक अनुबंध मिग-29 विमान के लिए एयरो-इंजन की खरीद के लिए मेसर्स हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ किया गया, दो अन्य समझौते क्लोज-इन वेपन सिस्टम (सीआईडब्ल्यूएस) की खरीद और हाई-पावर रडार (एचपीआर) की खरीद के लिए मेसर्स लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड के साथ हुए। दो अन्य समझौते ब्रह्मोस मिसाइलों और भारतीय रक्षा बलों के लिए जहाज से संचालित ब्रह्मोस प्रणाली की खरीद के लिए मेसर्स ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड (बीएपीएल) के साथ हुए हैं।
ये सौदे रक्षा बलों की स्वदेशी क्षमताओं को और सुदृढ बनाएंगे, इससे विदेशी मुद्रा की बचत होगी और भविष्य में विदेशी मूल के उपकरण निर्माताओं पर निर्भरता कम होगी।