Delhi: ड्रोन जैसी नई सुरक्षा चुनौतियों से निपटना जरूरी, NSS सम्मेलन में बोले अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को शरारतपूर्ण मकसद से उड़ाए गए ड्रोन जैसी नई सुरक्षा चुनौतियों की पहचान करने पर जोर दिया है. उन्होंने कहा कि ऐसे ड्रोन को बड़ी चुनौती बनने से पहले उनसे निपटना जरूरी हो गया है. शरारतपूर्ण मकसद से उड़ाए गए ड्रोन, ऑनलाइन धोखाधड़ी और मादक पदार्थों जैसी चीजें राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चुनौतियों बन सकती है.
अमित शाह ने यह बात दिल्ली में दो दिवसीय ‘नेशनल सिक्योरिटी स्ट्रेटजीज कॉन्फ्रेंस-2024’ के समापन दिवस पर अपने संबोधन में कही है. उन्होंने पुलिस महानिदेशकों से नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करने की अपील की. साथ ही पीड़ितों के लिए समय पर न्याय सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया.
कुछ दिनों पहले मणिपुर में ड्रोन का उपयोग हुआ था
गृह मंत्री ने इस अवसर पर आतंकवाद रोधी प्रयासों को बढ़ाने के लिए एक विस्तृत रणनीति का प्रस्ताव रखा. इसमें अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ सहयोग और आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने की क्षमताएं बढ़ाना शामिल हैं. उन्होंने कहा, ‘अब यह जरूरी है कि मादक पदार्थ, शरारतपूर्ण मकसद से उड़ाए गए ड्रोन और ऑनलाइन धोखाधड़ी सहित उभरती राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों की पहचान की जाए. बड़ी चुनौतियां बनने से पहले ही उसे निपटाया जाए.’
शाह की यह टिप्पणी मणिपुर में ड्रोन का उपयोग करके नागरिकों पर हमलों के कुछ दिनों बाद आई है. इस हमले के कारण अशांत पूर्वोत्तर राज्य में जातीय हिंसा फिर से भड़क गई है. वहीं, सुरक्षा बल नियमित रूप से पंजाब में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ड्रोन का पता लगा रहे हैं. जहां सीमा पार से हथियार और गोला-बारूद गिराने के लिए ड्रोन का उपयोग किया जाता है.
तीन नए आपराधिक कानूनों पर भी की बात
देश के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने आतंकवाद-रोधी ढांचे को मजबूत करने की भी बात की. उन्होंने इसके लिए राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण और राज्यों के आतंकवाद रोधी दस्तों के बीच सहयोग और समन्वय बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जो दिया. उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि जम्मू-कश्मीर, वाम उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों और पूर्वोत्तर में लंबे समय से चली आ रही राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को हल करने में पर्याप्त प्रगति हुई है.
ये भी पढ़ें- न्यूक्लियर अटैक भी बेअसर ये हैं भारतीय सेना के सबसे ताकतवर टैंक, दुश्मनों के लिए हैं काल
गृहमंत्री ने तीन नए आपराधिक कानूनों के कार्यान्वयन के संदर्भ में राज्यों के पुलिस महानिदेशकों से नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करने की अपील की. और पीड़ितों के लिए त्वरित और समय पर न्याय सुनिश्चित करने का आग्रह किया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नए कानूनों का परिवर्तनकारी प्रभाव केवल मानसिकता में बदलाव, प्रौद्योगिकी को अपनाने और निर्बाध समन्वय से ही प्राप्त किया जा सकता है.
आंतरिक सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने का भी आग्रह
शाह ने नए कानूनों का एक-एक कर कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए पुलिस महानिदेशकों को युवा पुलिस अधिकारियों की टीम गठित करने का निर्देश दिया. गृह मंत्री अमित शाह ने युवा पुलिस अधिकारियों से क्रिप्टो से लेकर हवाला तक धोखाधड़ी वाले वित्तीय लेनदेन से निपटने के लिए राजनीतिक समाधान के लिए सोच विकसित करने की अपील की.
अमित शाह ने सभी पुलिस महानिदेशकों से बहुआयामी दृष्टिकोण, डेटा विश्लेषण और नई तकनीकों को अपनाकर आंतरिक सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने का भी आग्रह किया. उन्होंने पुलिस महानिदेशकों से केंद्रीय एजेंसियों द्वारा तैयार किए जा रहे डेटाबेस के अत्याधुनिक स्वरूप का उपयोग सुनिश्चित करने को कहा.

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *