दिल्ली एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की मिली धमकी, हाई अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां, एक गिरफ्तार
शाम करीब 5 बजकर 11 मिनट पर आईजीआई एयरपोर्ट के पुलिस कंट्रोल रूम में एक फोन कॉल आता है. फोन उठाते ही सामने से आवाज आती है कि ‘मैं एयरपोर्ट पर ब्लास्ट कर दूंगा’. फोन करन वाला शख्स बस एक लाइन में अपनी धमकी देकर फोन काट देता है. मामले की गंभीरता को देखते हुए यह कॉल सब इंस्पेक्टर प्रेम नारायण को मार्क कर दी जाती है. साथ ही, इस कॉल के बाबत वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी जाती है.
चंद सेकेंडों में, एयरपोर्ट सुरक्षा से जुड़े सभी अधिकारियों के फोन की घंटी एक-एक कर बजने लगती है. सभी को आनन-फानन एयरपोर्ट पहुंचने के निर्देश जारी कर फुल इमरजेंसी घोषित कर दी जाती है. यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एसओपी में निर्धारित दिशानिर्देशों और प्रोटोकॉल का पालन करते हुए एयरपोर्ट पर क्विक सर्च ऑपरेशन शुरू किया जाता है. कई घंटों की कवादय के बाद सबकुछ सामान्य मिलता है.
फोन करने वाले की तलाश के लिए बनी स्पेशल टीमआईजीआई एयरपोर्ट की डीसीपी ऊषा रंगनानी के अनुसार, सर्च ऑपरेशन में सबकुछ सामान्य मिलने के बाद ‘थ्रेट कॉल’ को हॉक्स घोषित कर दिया गया. साथ ही, कॉलर के खिलाफ आईपीसी की धारा 182/505(1)(b) के तहत मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएचओ विजेंद्र राणा के नेतृत्व में एक डेडिकेटेड टीम का गठन किया गया, जिसमें सब इंस्पेक्टर प्रेम नारायण और कॉन्स्टेबल विनोद पांडेय भी शामिल थे.
जांच के दौरान, जिस नंबर से फोन आया था, उस पर कॉल किया जाता है तो फोन स्विच ऑफ मिलता है. जिसके बाद, पुलिस टेक्निकल सर्विलांस की मदद से कॉलर की खोजबीन शुरू कर देती है, जांच में पुलिस को पता चला है कि यह फोन नंबर बिहार पश्चिमी चंपारण के सोमगढ़ साथी में रहने वाले कृष्णो महतो के नाम पर रजिस्टर्ड है. आरोपी कृष्णो की गिरफ्तारी के लिए आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस की एक टीम को पश्चिमी चंपारण रवाना कर दिया जाता है.