गोवा में शाही पनीर और नान ऑर्डर कर रही थी दिल्ली पुलिस, तभी हाथ लग गया जैकपॉट…
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की आर्थिक अपराध शाखा की एक टीम. टीम में 6 लोग. सबने डेरा डाल रखा है- गोवा (Goa) के एक होटल में. लगातार पांच घंटे से आसपास के रेस्टोरेंट्स से ऑर्डर किए जा रहे हैं.
खाना भी ऐसा वैसा नहीं? शाही पनीर, नान और डीलक्स थाली. इतने खाने मंगाए गए जिन्हें छह लोगों के लिए खा पाना मुश्किल था. छुट्टियों वाला माहौल लग रहा है न? लेकिन सच्चाई कुछ और है? क्योंकि इन खानों को ऑर्डर करने का तरीका कैजुअल तो बिल्कुल नहीं है.
उत्तरी गोवा के इस होटल से सिर्फ उन्हीं रेस्टोरेंट्स से खाने मंगाए जा रहे थे जिनके नाम में ‘रसोई’ या ‘किचन’ शब्द लगा हो. एक और दिलचस्प बात. खानों की डिलीवरी किसी ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म के माध्यम से नहीं कराई गई. इसके बदले सीधे रेस्टोरेंट्स से खाने की डिलीवरी का विकल्प चुना गया. मतलब, खाना स्वीगी या जुमैटो का डिलीवरी स्टाफ नहीं लाएगा बल्कि खाना रेस्टोरेंट का ही कोई स्टाफ लेकर आएगा. और दिल्ली पुलिस की टीम शाही पनीर और नान ऑर्डर करके छुट्टियां भी नहीं मना रही थी. बल्कि उन्हें तलाश थी एक कपल की.
इंडियन एक्सप्रेस से जुड़े अर्नबजीत सूर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस को एक ऐसे कपल की तलाश थी जिनपर दिल्ली में एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) के साथ 4.11 करोड़ रुपए के धोखाधड़ी का आरोप था.
आरोपी को पकड़ा कैसे?
जब भी किसी रेस्टोरेंट का स्टाफ खाना देकर वापस जाता तो एक पुलिसकर्मी उसका पीछा करता. ऐसा चार बार हुआ. सफलता नहीं मिली. पांचवी बार ऑर्डर किया गया. इस बार पुलिस ने जिस रेस्टोरेंट से ऑर्डर किया उसका नाम था- आंटी की रसोई. जिसे 48 साल के विकास शांडिल्य और 43 साल की मीनाक्षी चलाती थीं. पुलिस को इसी कपल की तलाश थी. इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस को जानकारी मिली थी कि दोनों आरोपी उत्तरी गोवा के एक महंगे इलाके में रह रहे हैं. और नॉर्थ इंडियन खानों का रेस्टोरेंट चला रहे हैं. ये भी पता चला कि उन्होंने अपने रेस्टोरेंट के नाम में कहीं पर रसोई जोड़ रखा है.
मामला पिछले साल अगस्त का है. विकास और मीनाक्षी ने एक NBFC से लोन लिया था 4.11 करोड़ का लोन. जब लोन के EMI में दिक्कत आई तो लोन वाली कंपनी ने छानबीन शुरू की. पता चला, इस कपल ने जिस 5 करोड़ की संपत्ति को दिखाकर लोन लिया था उसके कागजात जाली हैं. लोन देने वाली कंपनी को भारी नुकसान हो गया. इसके बाद विकास और मीनाक्षी के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का मामला दर्ज किया गया था.
एक अधिकारी ने एक्सप्रेस को बताया कि पुलिस की टीम शुरुआत में 10 दिनों तक गोवा में रही. लेकिन काम नहीं बन रहा था. क्योंकि आरोपी जोड़े के रेस्टोरेंट का पता लगाना मुश्किल था. वो अपनी पहचान और हुलिया बदलकर यहां रह रहे थे. जब काम नहीं बना तब खाना ऑर्डर करने का तरीका अपनाया गया.