Delhi Weather: दिल्ली में पश्चिमी विक्षोभ हुआ सक्रिय, इन जिलों में फिर से बरसेंगे बादल, जारी हुआ अलर्ट
दिल्ली के मौसम पर एक और पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के मुताबिक इसके चलते अगले दो दिनों के बीच हल्की बूंदाबांदी होने के आसार हैं।
इस बीच, सर्द हवाओं के चलते शुक्रवार को दिल्ली की मानक वेधशाला सफदरजंग में अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री नीचे दर्ज किया गया।
दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों में सुबह के समय घना कोहरा छाया रहा। सुबह के समय पालम मौसम केन्द्र में दृश्यता का स्तर शून्य तक पहुंच गया। दिन चढ़ने के साथ ही आठ बजे के बाद दृश्यता के स्तर में सुधार हुआ।
दिन में बारह बजे के बाद दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में धूप निकल आई। इसके चलते लोगों को गरमाहट का थोड़ा अहसास हुआ। हालांकि, सर्द हवाओं के चलते तापमान में बहुत तेजी से इजाफा नहीं हुआ।
दिल्ली की मानक वेधशाला सफदरजंग में दिन का अधिकतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जो कि सामान्य से चार डिग्री कम है। जबकि, न्यूनतम तापमान 07 डिग्री सेल्सियस है जो कि सामान्य से एक डिग्री कम है।
यहां पर आर्द्रता का स्तर 100 से 74 फीसदी तक रहा। राजधानी के पालम और जफरपुर का इलाका सबसे ज्यादा ठंडा रहा। पालम का अधिकतम तापमान 16.1 और जफरपुर का अधिकतम तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
वहीं, दिल्ली के मौसम पर अगले दो दिनों के बीच एक और पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिलेगा। इसके चलते शनिवार की शाम या रात को हल्की बूंदाबांदी होने के आसार हैं। जबकि, रविवार को तेज हवा के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है।
इस दौरान हवा की गति 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रहने के आसार हैं। इसके चलते तापमान में भी गिरावट होगी। रविवार को अधिकतम तापमान 18 और न्यूुनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार हैं।
कोहरे के चलते 180 से ज्यादा विमान सेवाएं प्रभावित
कोहरे के चलते विमान सेवाएं शुक्रवार को भी बुरी तरह से प्रभावित रहीं। जानकारी के मुताबिक दिल्ली हवाई अड्डे पर 180 से ज्यादा विमान सेवाओं का आवागमन प्रभावित हुआ है। इस बार की सर्दियों में पहले के मुकाबले घने कोहरे की स्थिति ज्यादा देखने को मिल रही है।
इसके चलते विमान व रेल यातायात भी प्रभावित हो रहा है। शुक्रवार को भी 180 से ज्यादा विमान अपने निर्धारित समय पर दिल्ली हवाई अड्डे से या तो उड़ान नहीं भर सके या फिर उन्हें उतरने में देरी हुई।
जबकि, रेलवे स्टेशन पर 80 से ज्यादा रेलगाड़ियां अपने निर्धारित समय से देरी से पहुंची है। वहीं, दो दर्जन के लगभग रेलगाड़ियां अपने निर्धारित समय से विलंब से रवाना हुई हैं।