AAP से गठबंधन को लेकर पंजाब कांग्रेस में कलह, नवजोत सिंह सिद्धू पर भड़क गए वड़िंग
आगामी लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर पंजाब कांग्रेस एकमत नहीं है। प्रदेश कांग्रेस की राजनीतिक मामलों की कमेटी ने मंगलवार देर शाम हुई बैठक में पार्टी हाईकमान के सामने अपनी बात रखी।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा नई दिल्ली में पंजाब की पार्टी राजनीतिक मामलों की कमेटी की बैठक में पूर्व प्रधान राहुल गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और नव नियुक्त प्रदेश कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव समेत लगभग 2 दर्जन पार्टी नेता शामिल हुए थे। बैठक में पंजाब कांग्रेस नेताओं ने आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन न करने की बात कही। उन्होंने स्पष्ट कहा कि इससे कांग्रेस को सूबे में नुकसान ही होगा।
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में देवेंद्र यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर पंजाब की चर्चा हुई। कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि बैठक चूंकि बंद कमरे में थी, इसलिए बहुत सारी बातें साझा नहीं की जा सकतीं, लेकिन राष्ट्रीय नेतृत्व ने प्रदेश नेताओं के विचारों पर गंभीरता विचार विमर्श करने का भरोसा दिया है। प्रदेश कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने बैठक के बाद कहा कि हाईकमान ने पंजाब में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर कोई निर्देश नहीं दिए हैं। किसी भी संभावित गठबंधन को लेकर आज पार्टी नेताओं ने निजी रूप से हाईकमान के सामने अपने अपने विचार रखे। बैठक में संसद मनीष तिवारी, पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठल, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू, पूर्व मंत्री संगत सिंह गिलजियां आदि मौजूद थे।
नाम लिए बगैर वड़िग का नवजोत सिद्धू पर हमला
वहीं, दिल्ली में मीटिंग से पहले पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने बिना नाम लिए नवजोत सिद्धू पर बड़ा हमला बोला। मीडिया से बातचीत करते हुए राजा वड़िंग ने कहा कि कांग्रेस में रहते हुए निजी विचार नहीं दे सकते। अगर विचार देने हैं तो पार्टी छोड़ कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि जो अनुशासन तोड़ेगा, उस पर 100 प्रतिशत कार्रवाई होगी। अगर तालमेल नहीं होगा तो पार्टी को नुक्सान होगा, क्योंकि पिछली बार अलग बयानबाजी के कारण ही नुक्सान हुआ था।
गठबंधन को लेकर पंजाब कांग्रेस में कलह
पंजाब में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर पंजाब कांग्रेस में बगावत शुरू है, जिसके तहत सीट शेयरिंग को लेकर भी कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। पार्टी के कुछ नेता तो आप के साथ गठबंधन के पक्ष में हैं, लेकिन कुछ नेताओं द्वारा इस पर ऐतराज जताए गए हैं। दरअसल महागठबंधन के तहत राज्य में आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने को लेकर नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा, कांग्रेस प्रधान राजा वडिंग तैयार नहीं है, जबकि नवजोत सिद्धू व रवनीत बिट्टू ने इस पर हामी भरी है। पंजाब कांग्रेस के नेताओं की मंगलवार को दिल्ली में मीटिंग भी बुलाई गई है, जिसमें सीट शेयरिंग जैसे तमाम मुद्दों पर चर्चा होगी। कुछ नेताओं का कहना है कि अगर राज्य में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन होता है तो पार्टी को बड़ा नुक्सान झेलना पड़ सकता है।
सिद्धू कर चुके हैं गठबंधन का समर्थन
नवजोत सिंह सिद्धू आम आदमी पार्टी के साथ लोकसभा चुनाव में गठबंधन करने के हक में हैं। हाल ही में उन्होंने कहा था कि वो हाईकमान के आदेशों पर बतौर सिपाही गठजोड़ के लिए काम करेंगे। वहीं पंजाब कांग्रेस के अन्य नेता इसका विरोध कर रहे हैं। वे सिद्धू को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने की मांग खुल कर कर चुके हैं। वहीं, कांग्रेस का अगर आप के साथ समझौता होता है तो पार्टी में नाराजगी भी बढ़ेगी। ऐसे में नए प्रभारी के लिए पार्टी को एक दिशा में लेकर जाना बड़ी चुनौती बनेगी। नवजोत सिंह सिद्धू और नेता प्रतिपक्ष प्रताप बाजवा के हाल ही के विरोधी बयानों से पंजाब कांग्रेस में कलह छिड़ी हुई है। इस कारण पंजाब में हालात बहुत ही चुनौतीपूर्ण हो गए हैं।