पीरियड्स से पहले की इस परेशानी को न करें इग्नोर, सेहत के लिए हो सकती है घातक
हर महिला के जीवनकाल में औसतन 450 पीरियड्स होते हैं. मासिक धर्म के इस चक्र के साथ महिलाओं को हर महीने दर्द के अलावा कई और तकलीफों का भी सामना करना पड़ता है.
इस दौरान पेट में दर्द, पेट में ऐंठन और मरोड़ की समस्या ज्यादा रहती है. लेकिन कुछ महिलाओं को पीरियड्स होने से पहले गैस, पेट फूलना, अपच और ब्लोटिंग की परेशानी अधिक रहती है. इसका सबसे बड़ा कारण शरीर में होने वाला हॉर्मोनल बदलाव है. इस परेशानी से निजात पाने के लिए महिलाएं तमाम उपाय करती हैं, पर कुछ आसान नुस्खे आपके लिए कारगर साबित हो सकते हैं. लेकिन सवाल है कि शरीर में हॉर्मोनल बदलाव क्यों होता है? कौन सा होता है हॉर्मोन? पीरियड्स से पहले बनने वाली गैस से कैसे निजात पाएं? इन सवालों के बारे में विस्तार से बता रही हैं संजय गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल दिल्ली की गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. ज्योत्सना देवी.
पीरियड्स में क्या होता है हॉर्मोनल बदलाव
डॉ. ज्योत्सना के बताती हैं कि, पीरियड्स के पहले फेज में शरीर में एस्ट्रोजेन हॉर्मोन का लेवल बढ़ने लगता है. ये एस्ट्रोजेन हॉर्मोन फर्टिलाइजेशन के लिए अंडों को तैयार कर उन्हें रिलीज करता है. दूसरे फेज में प्रोजेस्टेरॉन हॉर्मोन का लेवल बढ़ने लगता है, जो गर्भाशय की दीवार को इम्प्लांटेशन के लिए तैयार करता है. ऐसे में जब गर्भाशय से बाहर आया अंडा (ओवम) फर्टिलाइज नहीं होता तब पीरियड्स आते हैं. इसके बाद शरीर में प्रोजेस्टेरॉन और एस्ट्रोजेन का लेवल अचानक से कम होने लगता है.