29 फरवरी तक दिल्ली कूच नहीं करेंगे किसान, खनौरी बॉर्डर से किया बड़ा ऐलान
दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. किसान संगठन फसलों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी और कृषि ऋण माफी सहित कई मांगों को लेकर ‘दिल्ली चलो’ मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं. शंभू बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पर हज़ारो की संख्या में किसान डटे हुए हैं. पुलिस अलर्ट है और किसानों की नाराजगी को देखते हुए बॉर्डर पर सुरक्षा और भी ज्यादा कड़ी कर दी गई है. पुलिस ने सुरक्षा के चाक-चौबंद बंदोबस्त कर लिए हैं. पुलिस की पूरी कोशिश है कि उन्हें राजधानी आने से रोका जाए. शंभू बॉर्डर की तरह खनौरी बॉर्डर पर भी किसानों का प्रदर्शन तेज हो गया है.
मांगों को लेकर खनौरी बार्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं की शुक्रवार शाम बैठक हुई. इस बैठक में किसानों ने दिल्ली कूच की आगे की रणनीति बनाई. बैठक में पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों के कई किसान नेताओं ने भाग लिया है. बैठक के बाद मीडिया से बात करते किसानों ने बताया कि 29 फरवरी तक किसान दिल्ली नहीं जाएंगे. 29 फरवरी को किसान नेता आंदोलन से जुड़े कई बड़े फैसलों का ऐलान कर सकते हैं.
किसान नेताओं ने किए कई बड़े ऐलान
खनौरी बॉर्डर पर मीडिया से बात करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा (अराजनैतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने आगे की रणनीति का ऐलान कर दिया है. 29 फरवरी तक किसान दिल्ली नहीं जाएंगे. किसानों ने बताया कि 24 फरवरी को देशभर में शाम को कैंडल मार्च निकाला जाएगा. इसके बाद 25 फरवरी को शंभू एवं खनौरी बॉर्डर पर WTO (World Trade Organization) विषय पर सम्मेलन करके देश भर के किसानों को जागरूक करने की कोशिश होगी. शम्भू और खनौरी बोर्डर पर 27 फरवरी को दोनों फोरम की राष्ट्रीय स्तर की बैठक बुलाई जाएगी. इस बैठक में किसान आंदोलन के आगामी बड़े फैसलों का ऐलान किया जाएगा.