गुरुवार के दिन कर लें ये उपाय, श्री हरि की कृपा से होगी दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की

ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: सप्ताह में गुरुवार का दिन विष्णु पूजा को समर्पित किया गया है इस दिन भक्त भगवान की विधि विधान से पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से भगवान विष्णु की कृपा बरसती है लेकिन इसी के साथ ही अगर आज के दिन विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र का पाठ किया जाए तो दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की होती है और परेशानियां दूर हो जाती हैं।

यहां पढ़ें विष्णु सहस्रनाम-

॥ हरिः ॐ ॥

विश्वं विष्णुर्वषट्कारो भूतभव्यभवत्प्रभुः।

भूतकृद्भूतभृद्भावो भूतात्मा भूतभावनः॥१॥

पूतात्मा परमात्मा च मुक्तानां परमा गतिः।

अव्ययः पुरुषः साक्षी क्षेत्रज्ञोऽक्षर एव च॥२॥

योगो योगविदां नेता प्रधानपुरुषेश्वरः।

नारसिंहवपुः श्रीमान् केशवः पुरुषोत्तमः॥३॥

सर्वः शर्वः शिवः स्थाणुर्भूतादिर्निधिरव्ययः।

संभवो भावनो भर्ता प्रभवः प्रभुरीश्वरः॥४॥

स्वयंभूः शम्भुरादित्यः पुष्कराक्षो महास्वनः।

अनादिनिधनो धाता विधाता धातुरुत्तमः॥५॥

अप्रमेयो हृषीकेशः पद्मनाभोऽमरप्रभुः।

विश्वकर्मा मनुस्त्वष्टा स्थविष्ठः स्थविरो ध्रुवः॥६॥

अग्राह्यः शाश्वतः कृष्णो लोहिताक्षः प्रतर्दनः।

प्रभूतस्त्रिककुब्धाम पवित्रं मङ्गलं परम्॥७॥

ईशानः प्राणदः प्राणो ज्येष्ठः श्रेष्ठः प्रजापतिः।

हिरण्यगर्भो भूगर्भो माधवो मधुसूदनः॥८॥

ईश्वरो विक्रमी धन्वी मेधावी विक्रमः क्रमः।

अनुत्तमो दुराधर्षः कृतज्ञः कृतिरात्मवान्॥९॥

सुरेशः शरणं शर्म विश्वरेताः प्रजाभवः।

अहः संवत्सरो व्यालः प्रत्ययः सर्वदर्शनः॥१०॥

अजः सर्वेश्वरः सिद्धः सिद्धिः सर्वादिरच्युतः।

वृषाकपिरमेयात्मा सर्वयोगविनिःसृतः॥११॥

वसुर्वसुमनाः सत्यः समात्माऽसम्मितः समः।

अमोघः पुण्डरीकाक्षो वृषकर्मा वृषाकृतिः॥१२॥

रुद्रो बहुशिरा बभ्रुर्विश्वयोनिः शुचिश्रवाः।

अमृतः शाश्वत स्थाणुर्वरारोहो महातपाः॥१३॥

सर्वगः सर्वविद्भानुर्विष्वक्सेनो जनार्दनः।

वेदो वेदविदव्यङ्गो वेदाङ्गो वेदवित् कविः॥१४॥

 

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