बच्चे को सर्दी से बचाने के लिए देते हैं रम या ब्रांडी? एक्सपर्ट ने बताए गंभीर नुकसान
बच्चों की इम्यूनिटी इतनी ज्यादा मजबूत नहीं होती है, इसलिए सर्दियों में बच्चों को खांसी-जुकाम ज्यादा जल्दी हो जाता है. इससे बचने के लिए माता-पिता कई तरह के नुस्खे आजमाते हैं. इन्हीं में से लोगों के बीच एक पॉपुलर नुस्खा है बच्चे को सर्दियों में रम या फिर ब्रांडी पिलाने का. कहा जाता है कि इससे बच्चे के शरीर को अंदर से गर्माहट मिलती है और जुकाम-खांसी नहीं होता है. हालांकि इससे फायदा होने की जगह बच्चे की सेहत को गंभीर नुकसान हो सकता है.
सर्दियों में लोग बच्चों को रम या फिर ब्रांडी पिलाते हैं, भले ही ये कम मात्रा में दी जाए, लेकिन इसमें अल्कोहल काफी ज्यादा होता है जो छोटे बच्चों के लिए बेहद नुकसानदायक है. जानते हैं इस बारे में क्या कहते हैं डॉक्टर.
लिवर फंक्शन पर पड़ सकता है बुरा असर
लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज एंड एस. एस. के. हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग के एच.ओ. डी. डॉ. एल. एच. घोटेकर इस बारे में बताते हैं कि रम और ब्रांडी दोनों में ही अल्कोहल होता है. ये बच्चे को कई तरह से नुकसान कर सकता है. अगर आप बच्चे को रम या ब्रांडी देते हैं तो इससे उसके गले में जलन होने के साथ ही लिवर के फंक्शन पर भी असर पड़ सकता है.०
ब्रेन पर भी पड़ता है बुरा असर
डॉ. एल. एच. घोटेकर कहते हैं कि कुछ मामलों में अल्कोहल बच्चे के ब्रेन फंक्शन पर भी असर कर सकता है. ऐसे में माता-पिता को सलाह है कि वह बच्चे को रम या ब्रांडी न दें.
क्या रहता है सही
बच्चे को जुकाम या खांसी होने पर पीडियाट्रिशियन के परामर्श से ही कोई दवा देनी चाहिए. बच्चा अगर ज्यादा छोटा है तो देसी नुस्खे के लिए भी डॉक्टर की सलाह लें. बच्चे को जुकाम होने पर भाप दी जा सकती है. साथ ही छोटे बच्चों को इस स्थिति में ऐसे लोगों से दूर रखें जिसमें सर्दी-खांसी या बुखार के लक्षण दिख रहे हैं. हाइजीन का खास ध्यान रखें.
ऐसे करें इम्यून सिस्टम को मजबूत
बच्चा अगर थोड़ा बड़ा है तो सर्दी-खांसी होने पर बच्चे को भरपूर मात्रा में पानी पिलाते रहें. नमक के पानी से गरारे करवा सकते हैं. इम्यून सिस्टम मजबूत रखने के लिए खानपान को अच्छा रखें. डाइट में नट्स जैसे बादाम और अखरोट आदि शामिल करें. ये पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और शरीर को अंदर से गर्म रखने में भी हेल्प फुल हैं. इसके अलावा इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए बच्चे को रोजाना हल्दी वाला दूध दिया जा सकता है.